अली पीटर जॉन मेरे दोस्त अगर मेरा साथ नहीं देते, तो मैं दिलीप कुमार को अपनी भेंट कैसे अर्पण कर पाता?- अली पीटर जॉन जिस दिन दिग्गज कलाकार दिलीप कुमार की कथा का अंत हुआ, उस दिन मैं भी अपना अंत देख सकता था। मैं लगभग आधे दिन तक चीखता-चिल्लाता रहा, मैं जानता था कि उनकी स्थिति बहुत गंभीर थी, लेकिन सायरा जी की तरह, मुझे भी आशा और विश्वास था कि जीवन उस महान व्यक्ति के प्रति औ By Mayapuri Desk 21 Jul 2021 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
अली पीटर जॉन सच्चे महानायक की महागाथा की कुछ झलकियाँ- अली पीटर जॉन वह आठ साल के थे जब उसे अपने जन्मस्थान पेसावर में सेना की गोलीबारी का सामना करना पड़ा। वह बिल्कुल अकेला था और उसका परिवार उसके लिए बहुत चिंतित हो गया था। वह जैसे-तैसे जान बचाकर एक जगह छिप रहा और मौका पाते ही वहाँ से भाग कर घर पहुँच गया। उसे कोई चोट नहीं आई By Mayapuri Desk 21 Jul 2021 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
अली पीटर जॉन मेरा उनसे कोई रिश्ता तो नहीं था लेकिन वह कोई रिश्ते से ज्यादा रिश्ता रखते थे। मेरी माँ उनकी मुरीद थी, मेरे वालिद उनकी बहुत कद्र करते थे- अली पीटर जॉन वह मुझसे किसी भी तरह से संबंधित नहीं थे, फिर मेरा, मेरे पिता और मेरी माँ का उनके साथ इतना प्यारा, अद्भुत और अविश्वसनीय रिश्ता क्यों था? मैं दस साल का था जब मुझे एहसास हुआ कि दिलीप कुमार की महानता और ताकत क्या है? मैं एक ऐसे क्षेत्र में रहता था जहाँ उनक By Mayapuri Desk 19 Jul 2021 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
अली पीटर जॉन ऐसा भी एक रूप दिलीप कुमार का- अली पीटर जॉन हमेशा के लिए दिलीप कुमार एक बार एक ऐसे व्यक्ति के घर गए जो अपनी पत्नी के साथ क्रूर व्यवहार कर रहा था और वर्षों से उसे परेशान कर रहा था! रात के 1 बजे वह युवक के घर पहुंचे और दरवाजा खटखटाया। वह व्यक्ति बाहर आया, दिलीप साहब घर में प्रवेश नहीं किया, लेकिन केव By Mayapuri Desk 18 Jul 2021 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
अली पीटर जॉन धरती और आसमान दोनो ने साहब का शानदार स्वागत किया- अली पीटर जॉन 07 जुलाई की सुबह जब दिलीप कुमार ने इस दुनिया से विदाई ली, जहाँ उन्होंने 98 साल बिताए थे! उनके स्वागत के लिए स्वर्ग में एक दुर्लभ उत्सव हुआ होगा, एक उत्सव जिसमें उनका इंतजार बेसब्री से किया जा रहा होगा, जबकि नीचे की दुनिया एक ऐसे आदमी को खोकर शोक में डूबी By Mayapuri Desk 18 Jul 2021 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
अली पीटर जॉन यश चोपड़ा को एक ही नशा था, दिलीप कुमार का नशा- अली पीटर जॉन वह हर समय के लिए एक प्रेरणा थे। वह एक ऐसी संस्था थी जिसे आसानी से कभी नहीं भुलाया जा सकता। लेकिन यश चोपड़ा के लिए, वह एक अंतहीन नशा था (कभी न खत्म होने वाला नशा)। यश चोपड़ा जालंधर के छात्र थे! उनके पिता चाहते थे कि, वह एक आईसीएस अधिकारी बनें और उनके ब By Mayapuri Desk 18 Jul 2021 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn