फिल्मी होली के गीत ही हैं जो जीवन को रंगीनी की ओर खींचते हैं
हमारे देश मे होलिका- दहन की परंपरा सनातन काल से है. होलिका- दहन के बाद गीत गाकर अपने उमंग को कब रंगों में तरंगित किया जाना शुरू हुआ, यह शोध का विषय हो सकता है. हालांकि राम युग और कृष्ण युग मे भी होली खेलने का उल्लेख मिलता है.