Happy Birthday Juhi Chawla: जब अपने संघर्ष को जूही चावला ने हंस कर झेला था
शरद राय | वो एक खुशनुमा बूंदाबादी वाली बरसाती दुपहरिया थी। मैं और मित्र इज़हार हुसैन के साथ बांद्रा से लोकल एक ट्रेन पकड़कर चर्चगेट , फिर वहां से चलते हुए पैदल कॉफ़परेड स्थित एक फ्लैट की कॉलबेल बजाते हैं। दरवाजे पर मुस्कान बिखेरती हुई एक लड़की खड़ी होती है - प