कलाकारों ने महात्मा गांधी से सीखे गए जिंदगी के सबक के बारे में बताया..
‘जीवन को इस तरह से जियो जैसे कल ही मौत आने वाली है। ज्ञान इस तरह से अर्जित करो जैसे तुम हमेशा जीने वाले हो।‘ ये अद्भुत बोल मोहनदास करमचंद गांधी के हैं...
‘जीवन को इस तरह से जियो जैसे कल ही मौत आने वाली है। ज्ञान इस तरह से अर्जित करो जैसे तुम हमेशा जीने वाले हो।‘ ये अद्भुत बोल मोहनदास करमचंद गांधी के हैं...
Adipurush: ओम राउत (Om Raut) द्वारा निर्देशित 'आदिपुरुष' (Adipurush) काफी समय से चर्चा में हैं. वहींआदिपुरुष में प्रभास (Prabhas), कृति सेनन (Kriti Sanon) और सैफ अली खान (Saif Ali Khan) प्रमुख भूमिकाओं में हैं. लगभग ₹ 600 करोड़ के बजट पर बनी इस फिल्म वीएफ
हमने महात्मा गाँधी से जुड़ी कितनी ही फिल्में देखी है जैसे- गाँधी, गाँधी माय फादर, लगे रहो मुन्ना भाई। लेकिन एक फिल्म ऐसी है जो महात्मा गाँधी के ऊपर बनी है लेकिन हम में से शायद ही किसी को पता है कि ये फिल्म गाँधी जी पर बेस्ड है। ज्यादा वक्त बर्बाद न करत
आज मोहन दास करमचंद गांधी जी की पुण्य तिथि है। गांधी जी हमेशा से विदेशी सामान और विदेशी चलन के ख़िलाफ़ थे। वह सदैव स्वदेशी वस्तुओं के प्रयोग और आत्मनिर्भरता के लिए संघर्ष करते रहते थे। गांधी जी ने अंग्रेज़ी हुकूमत को बिना किसी हिंसा के भी भारत से जाने के लिए
-अली पीटर जॉन मैंने हमेशा महात्मा गांधी के बारे में सुना और पढ़ा है, मैं उन्हें ‘महात्मा’,‘बापू’,‘राष्ट्र के पिता’ और ‘शांति के दूत’ के रूप में जानता था। मुझे पसंद है कि कई अन्य भारतीयों ने उन्हें कुछ शब्दों में चित्रित किया और उनकी पूजा की, जिसमें बहुत क
राजकुमार हिरानी ने महात्मा गांधी के 150वीं जयंती पर एक शॉर्ट फिल्म बनाई है जिसमें उन्होंने महात्मा गांधी के विचारों को फिर से जिंदा करने की कोशिश की है। उन्होंने यह शॉर्ट फिल्म अपने ट्विटर के माध्यम से रिलीज किया है जिसमें उन्होंने लिखा है # ChangeWith
“गांधी की प्रेरणा कस्तूरबा“ नामक एक बायोपिक जल्द रिलीज़ होने वाली है। फिल्म महात्मा गांधी की पत्नी कस्तूरबा गांधी का जीवन, उनकी कहानी और राष्ट्र के प्रति उनके योगदान पर आधारित है। यह फिल्म मनीष ठाकुर द्वारा निर्देशित और मनोज पांडे द्वारा निर्मित है। कस्त
महात्मा गांधी के 150वीं शताब्दी महोत्सव के अवसर पर भारत कॉन्क्लेव 2 (दूसरा संस्करण) ने ब्रिटिश पार्लिमेंट में अभिनेत्री - डांसर ग्रेसी सिंह को उनके उत्कृष्ट आध्यात्मिक पहल के लिए सम्मानित किया। ग्रेसी सिंह आध्यात्मिकता की तरफ झुकी है। उनकी माँ वरजिंदर