मैंने किताब पढ़कर ग़रीबी नहीं जानी है कि क्या होती है, मैं उनके बीच रहा हूँ इसलिए उनकी समस्याएं भी समझता हूँ – नरेंद्र मोदी
इस देश की राजनीति और भविष्य का एक वक़्त ऐसा भी आया था जब किसी को किसी चीज़ से कोई मतलब नहीं था। नहीं वाकई, 2010 के बाद पैदा होने वाली हमारे देश के युवा बच्चे शायद आने वाले दिनों में इस बात को न मानें कि 2014 से पहले देश की 90 प्रतिशत जनता को ये भी नहीं पता