Birthday Special Gulzar: जब शैलेन्द्र ने गुलज़ार को बुरी तरह झिड़क दिया
गुलज़ार यूँ तो नाम सुनते ही कोई ग़ज़ल, कोई शायरी, कोई नज़्म या कोई उदासी छेड़ता गीत याद आ जाता है। गुलज़ार की आँखों में भी आपको उदासी ठहरी हुई नज़र आ जाती है...
गुलज़ार यूँ तो नाम सुनते ही कोई ग़ज़ल, कोई शायरी, कोई नज़्म या कोई उदासी छेड़ता गीत याद आ जाता है। गुलज़ार की आँखों में भी आपको उदासी ठहरी हुई नज़र आ जाती है...
नवजात राष्ट्र का जन्म अभी 15 अगस्त की मध्यरात्रि को हुआ था! लोग ऐसा व्यवहार कर रहे थे मानों उन्हें विश्वास नहीं हो रहा है कि, उनके आसपास क्या हो रहा है, लेकिन वे अभी भी जश्न मनाने के मूड में थे। वे आजादी के गीत गा रहे थे और नाच रहे थे। एक नया राष्ट्र वास्