हंसना उतना ही जरूरी है जितना जीने के लिए सांस लेना जरूरी है
(सोशल मीडिया जख्म भी देता है, जख्म भी लेता है और ये जिंदगी की जरूरत भी है...) -अली पीटर जॉन क्या हम हँसना भूल गए हैं, और क्या हम नहीं जानते कि हँसी एक महान उपहार है जो भगवान ने हमें दिया है ..? अगर हम नहीं हैं, तो हम आजकल और लोगों को हंसते हुए क्यों