AAFT में 126वें बैच का भव्य शुभारंभ समारोह
मीडिया और रचनात्मक अध्ययन के क्षेत्र में अग्रणी संस्थान एएएफटी (एशियन अकादमी ऑफ फिल्म एंड टेलीविजन) ने मारवाह स्टूडियो, नोएडा में अपने 126वें बैच का भव्य उद्घाटन किया...
मीडिया और रचनात्मक अध्ययन के क्षेत्र में अग्रणी संस्थान एएएफटी (एशियन अकादमी ऑफ फिल्म एंड टेलीविजन) ने मारवाह स्टूडियो, नोएडा में अपने 126वें बैच का भव्य उद्घाटन किया...
मारवाह स्टूडडिओ के संस्थापक डॉ.संदीप मारवाह की यह उपलब्धि न केवल व्यक्तिगत स्तर पर असाधारण है, बल्कि यह साहित्य, कला, शिक्षा और वैश्विक संस्कृति के क्षेत्र में भी एक अनूठा योगदान है...
मारवाह स्टूडियो के प्रांगण में महिला दिवस के अवसर पर दो दिवसीय पेंटिंग प्रदर्शनी का आयोजन हुआ, इस अवसर पर मारवाह स्टूडियोज के चांसलर संदीप मारवाह ने कहा कि जिस इंसान को कला से मोहब्बत...
फिल्म, टेलीविजन और मीडिया इंडस्ट्री की एक प्रमुख हस्ती, मारवाह स्टूडियो के गतिशील और बहु-प्रतिभाशाली अध्यक्ष डॉ. संदीप मारवाह के लिए पुरस्कार और सम्मान कोई नई बात नहीं है, जिन्हें एक भव्य समारोह में प्रतिष्ठित ग्लोबल इन्फ्लुएंसर अवार्ड से सम्मानित किया गय
लगभग 30 वर्षो से एम ई सी यानि मेक आर्ट गैलरी ने देश को कई पेंटर दिए जिनके अंदर प्रतिभा थी और उनको कोई मंच नहीं मिल रहा था. कोरोना के बाद एक बड़ी पेंटिंग पर्दशनी का आयोजन किया जिसमे पूरे भारत से 45 कलाकारों को चुना गया और उनकी पेंटिंग की प्रदर्शनी का आयोजन
नई दिल्ली में अजरबैजान के दूतावास में एक सुनियोजित सम्मेलन का आयोजन किया गया, जहां भारत में अजरबैजान के राजदूत डॉ अशरफ शिखालियेव ने भारतीय संगठनों को अजरबैजान के विभिन्न प्रतिष्ठानों के साथ जुड़ाव और संबद्धता का प्रस्ताव दिया गया, इस अवसर पर इ
भारतीय फिल्मो ने विश्वपटल पर अपनी जो पहचान बनाई है वो किसी से छुपी नहीं है आज हर देश भारत अपनी फिल्मो की शूटिंग भारत में करना चाहता है, और अपनी फिल्म रिलीज़ भी करना चाहता है जिससे कंबोडिया भी अछूता नहीं रहा. कंबोडिया दूतावास में कंबोडिया के राज
सिनेमा और पत्रकारिता के बीच संबंध न्यू मीडिया का चलन और व्यवहार विषय को लेकर 10वे ग्लोबल फेस्टिवल ऑफ़ जर्नलिज्म के अंतिम दिन वेबिनार का आयोजन किया गया जिसमे एएएफटी यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. संदीप मारवाह ने कहा की पत्रकारिता पिछले कुछ दशकों से कई बड़े तकनीक
संदीप मारवाह का ओरा ही इतना बड़ा है कि वह अपने छात्रों को भी ऊर्जा देता है और प्रेरित करता है, मैं इस संस्थान के तीसरे बैच से हुं और आज भी मैं उनकी छत्रछाया से सीख ही रहा हूं यह कहना था फिल्म क्रिटिक और क्रिएटिव फिल्म डायरेक्टर सुनील पाराशर का जिनको एएएफ