आज का युवा प्रतिस्पर्धी और यथार्थवादी है, कल्पनाशीलता से परे है नॉन फिक्शन राइटिंग
तीसरे दिन सातवें ग्लोबल लिटरेरी फेस्टिवल नोएडा में 'द चेंजिंग फेस ऑफ़ नॉन फिक्शन राइटिंग' पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें साहित्य अकादमी के डिप्टी सेक्रेटरी कुमार अनुपम, लेखिका संध्या सूरी, लेखक डॉ. विवेक गौतम, लेखक डॉ. प्रेम जंमेजय और मारवाह स्टूडियो