बीते लम्हें फिल्मकार-वितरक Tarachand Barjatya: फिल्म वही जो दर्शक मन भाये यह लेख पुराने मायापुरी अंक 213 से लिया गया है. -जे.एन.कुमार उस दिन जब तारा चन्द बड़जात्या 'मायापुरी' के दफ्तर में दाखिल हुए तो मुंह पर बेसाख्ता गालिब का शेर आ गया- वह आयें घर में हमारे खुदा की कुदरत है. कभी हम उनको कभी अपने घर को देखते है... By Mayapuri 10 Nov 2022 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
एंटरटेनमेंट कुछ यादें राजश्री फिल्म के जन्मदाता स्व.ताराचन्द बड़जात्या के नाम हिंसा, बलात्कार, अश्लीलता से भरपूर फिल्मों की परंपरा को तोड़ते हुए निर्मल, साफ सुथरी, पारिवारिक संवेदनशील फिल्मों का चलन शुरू करने वाले जाने माने निर्माता निर्देशक वयोवृद्ध ताराचन्द बड़जात्या अब हमारे बीच नहीं है। उनके जाने से जहाँ पारिवारिक फिल्मों के शौकी By Mayapuri Desk 27 Sep 2021 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn