प्यारेलाल रामप्रसाद शर्मा जी का नाम, बिना लक्ष्मीकान्त जी के नाम के अधूरा है। लक्ष्मीकान्त जी का निधन तो 25 मई 1998 के दिन 60 बरस की उम्र में हो गया था लेकिन प्यारेलाल जी आज भी हमारे साथ बदस्तूर हैं व हर संभव कोशिश से अपना जीवन संगीत में लीन रखते हैं। ज़रा

Siddharth Arora
साल 2007 का वक़्त था और फिल्मफेयर अवार्ड का मंच सजा हुआ था। सैफ अली खान भी सेलेब्रिटीज़ की भीड़ में बैठे हुए थे। उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में आए 16 साल हो चुके थे पर एक बार भी फिल्मफेयर बेस्ट एक्टर अवार्ड उनके नसीब में नहीं आया था। इस बार तो नोमिनेशन में भी नह
बीते दिनों केदारनाथ धाम में एक लड़की द्वारा डांस करती वीडियो बनाए जाने को लेकर कुछ श्रद्धालुओं को अच्छी खासी आपत्ति हुई थी। उनका कहना था कि केदारनाथ धाम एक पवित्र स्थल है, इसे सिर्फ अपनी वीडियो पर लाइक्स-कमेंट्स के लिए इस्तेमाल करना बिल्कुल गलत है। ऐसी
हुआ यूं था कि माचिस जलती थी और कभी पागल हवा उसे फूँक देती थी तो कभी अल्हड़ सावन उसे बुझा देता था यूं तो शायद ही कोई ज़िंदा शख्स होगा जिसे संगीत पसंद न आता होगा. या ये ज़रूर है कि संगीत को पसंद करने की सबकी पसंद अलग-अलग होती है. किसी को एक गाने में म्यूजिक पस
यूँ तो नाम उनका ‘निर्मला नागपाल’ था पर दुनिया ने उन्हें हमेशा सरोज खान के नाम से जाना और फिल्म इंडस्ट्री ने उन्हें हमेशा ‘मास्टर जी’ के नाम से पुकारा. सरोज मास्टर जी, जो बहुत दिलदार और बहुत गुस्से वाली एक साथ थीं. 1948 में जन्मी सरोज के माता पिता बटवारे क
प्यारेलाल रामप्रसाद शर्मा जी का नाम, बिना लक्ष्मीकान्त जी के नाम के अधूरा है. लक्ष्मीकान्त जी का निधन तो 25 मई 1998 के दिन 60 बरस की उम्र में हो गया था लेकिन प्यारेलाल जी आज भी हमारे साथ बदस्तूर हैं व हर संभव कोशिश से अपना जीवन संगीत में लीन रखते हैं.&nbs
पूर्व लेख: आइए घड़ी को थोड़ा पीछे कर देते हैं. मुंबई में जन्में, पले बढ़े सिद्धार्थ शुक्ला अपने स्कूल के समय से ही गजब के स्पोर्ट्स पर्सन रहे थे. वह टेनिस और फुटबॉल जैसे गेम्स हाई स्टैमिना खेलों में महारथी थे और फिटनेस तो जैसे उनकी पहली मुहब्बत थी.