गुलजार- मुझे इस खिलते बगीचे की प्राशंसा के योग्य होने दो-अली पीटर जॉन
मैं अपने जीवन में हमेशा दो महान व्यक्तियों के उपासक रहूंगा, के. ए.अब्बास और देव आनंद जी।, अगर मैं ऐसा कहूं, तो पहला आदमी मुझे पता है, जिसने खुद को गुलजार नाम दिया था, क्योंकि उसका मूल नाम इतना काव्यात्मक नहीं था। मैं उनकेे एक प्रशंसक के रूप में विकसित हुआ