भारतीय सिनेमा के शहंशाह-ए-तरन्नुम: Mohammed Rafi
गपशप: फिल्मी दुनिया में जब भी गीत और गुलूकार की बात आती है तो मोहम्मद रफी का नाम सबसे ऊपर आता है. कहते हैं अगर लता मंगेशकर के स्वर में भारत माता स्वयं गाती हैं.
गपशप: फिल्मी दुनिया में जब भी गीत और गुलूकार की बात आती है तो मोहम्मद रफी का नाम सबसे ऊपर आता है. कहते हैं अगर लता मंगेशकर के स्वर में भारत माता स्वयं गाती हैं.
गपशप: भगवान, अगर उसके पास एक विवेक है, तो उसे हमेशा विनम्र लेकिन महान मोहम्मद रफ़ी का आभारी होना चाहिए, जिसने उनकी प्रशंसा की, जैसा कि कोई अन्य गायक नहीं कर सकता.
गपशप: लोग कहते थे कि वो पैदाइशी बेहतरीन कलाकार है, समीक्षकों ने उसकी तारीफ में अनगिनत कसीदे लिखे थे और दर्शाया था कि स्मिता सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्रियों में से एक है.
आज वो समय है जब कोई 5 साल का बच्चा भी अगर अपने माँ बाप से कहे कि उसे बॉलीवुड में एक्टर या एक्ट्रेस बनना है तो माँ-बाप ख़ुद उसकी तैयारी करवाते हैं पर 1949 में ऐसा बिल्कुल नहीं था...
गपशप: मैंने देव आनंद को उनके सभी अवतारों में देखा है और मेरा दावा है कि मैं अभी भी उन्हें पर्याप्त तरीके से नहीं जानता हूं. देव साहब को बहुत से लोग जानते थे.
देव आनंद, जिन्हें भारतीय सिनेमा के "एवरग्रीन हीरो" के रूप में जाना जाता है, का निधन 3 दिसंबर 2011 को हुआ था। उनकी अदाकारी, शैली, और चार्म ने उन्हें दशकों तक फिल्म इंडस्ट्री का एक चमकता सितारा बनाए रखा।
‘मोहब्बत की आंखों से अश्कें चुराकर, किसी ने फलक पे सितारे सजाए’, कुछ इसी तरह से, संगीत जगत के फलक पर कई सुमधुर स्वरों की मल्लिका को उनकी सदाबहार गीतों ने खुद...
मधुशाला जैसी अमर कृति लिखने वाले महान कवि हरिवंश राय बच्चन ने खुद तो कभी शराब चखी तक नहीं, लेकिन उन्होंने ऐसी कृति रच डाली जिसने उन्हें एक ऐसी शख्सियत बना दिया...
मैंने उन्हें नृत्य करते हुए प्रत्यक्ष देखा था, कैसे वह दूसरों को नृत्य सिखातीं है और उनके मार्गदर्शन में लोग किस प्रकार नृत्य की ऊंचाइयों को छूते हैं। जब भी मैं उनके एक डांस सीक्वेंस की शूटिंग के दौरान उनसे मिलता तो उनसे कुछ बात किया करता था...