अनुज सचदेवा एक अभिनेता के साथ साथ एक मॉडल भी रह चुके हैं. सचदेवा ने फिल्मों, टेलीविजन विज्ञापनों और टीवी शो में काम किया है. उन्होंने 2005 में रियलिटी शो ‘एमटीवी रोडीज़’ में भाग लिया था. सचदेवा को 'सबकी लाडली बेबो' में अमृत की किरदार और कलर्स के लोकप्रिय शो ‘स्वरागिनी - जोड़े रिश्तों के सुर’ में साहिल सेनगुप्ता के किरदार के लिए जाना जाता है. उन्होंने 'हवा हवाई' जैसी रोमांटिक कॉमेडी फिल्म, ‘लव शगुन’ और दो पंजाबी फिल्में; ‘पॉलीवुड में हानी’ और ‘पुलिस’ में काम किया है. बता दें अनुज सोनी सब के प्रचलित शो ध्रुव तारा में मानसेन का किरदार निभाते हुए नज़र आ रहे हैं. जानकारी के लिए बता दें 'ध्रुव-तारा' के चल रहे ट्रैक में अनुज कपाली के किरदार में नज़र आ रहें थें. आइये आपको बताते हैं कैसा रहा उनका इस किरदार को निभाने का अनुभव.
अभी ट्रैक काफी अलग चल रहा है, आनेवाले ट्रैक के बारे में क्या कहना चाहेंगे?
पहले तो मै शो के बारे में ये कहना चाहूँगा कि ‘ध्रुव-तारा’ एक ऐसा शो है जिसमें आपको एक एक्टर तौर पर बहुत कुछ करने को मिलता है. कहीं ना कहीं आपको कुछ ऐसा करने का मौका मिलता है जो आपकी पर्सनालिटी से बहुत अलग है. शो में मेरे किरदार का नाम मानसेन है और मैंने इससे हटकर इसी में एक किरदार कपाली का किया था और अब जब ध्रुव अपने बचपन में जाकर बहुत अलग हीं परफॉर्म कर रहा है. ध्रुव का किरदार जो निभा रहे हैं वो अपने किरदार को लेकर बहुत हीं डिटेल में रिसर्च करते हैं और अपने किरदार को और भी बेहतर बनाने के लिए वो बहुत मेहनत करता है. उसके साथ काम करने में बहुत मज़ा आता है. अभी जब उसका किरदार बच्चा बन गया है तो उसको परफॉर्म करते हुए देखना बहुत इंट्रेस्टिंग है. तारा जब अभी बिजली बनी हुई है तो उसको परफॉर्म करते हुए देख कर भी बहुत मज़ा आता है. जब मै सीन में होता भी हूँ मैं तब भी तारा को देखता रहता हूँ, वो जिस तरह से परफॉर्म करती है उसको देख कर बहुत मज़ा आता है. मैंने इन सब से भी बहुत कुछ सीखा है. उसके बाद मुझे कपाली का किरदार मिला परफॉर्म करने के लिए. मैंने कभी अपने कम्फर्ट लेवल से बाहर जाकर कोई किरदार नहीं किया और कपाली मेरे कम्फर्ट लेवल के बाहर का किरदार था. शुरुआत में मुझे पता नहीं था कि ये कैसा लगेगा. कपाली के किरदार के लिए उन्होंने मुझे साड़ी पहनाई और उसके साथ ज्वेलरी भी. इस किरदार के लिए मुझे तैयार होने में दो घंटे लगते थे. और उसको उतारने में भी काफी समय लगता था. जिस कपाली और मानसेन दोनों का शॉट होता था उस दिन मेरी आधी शिफ्ट चेंज करने में हीं निकल जाती थी. मैंने एक दिन तीन साड़ियाँ बदली और उस दिन मुझे पता चला कि ये कितनी मुश्किल का काम है. सभी औरतों को मेरा नतमस्तक प्रणाम है. मेरी अगर कभी कोई गर्लफ्रेंड या वाइफ हुई तो मै उसे आराम से तीन घंटे तैयार होने के लिए दूंगा. क्योंकि मै समझ सकता हूँ कि साड़ी पहनना आसान नहीं है. इस किरदार से मुझे इतना समझ तो आ गया कि साड़ी पहनना और तैयार होना कोई आसान काम नहीं है.
ध्रुव-तारा में आपको बहुत फ्लेवर मिल जाते हैं. एक एक्टर के तौर पर मुझे सबसे अच्छी बात यही लगती है कि आप कई सारी जिंदगी जी सकते हैं. इस शो ने मुझे वो दिया है. जब कपाली का किरदार खत्म हुआ तो मुझे दुःख भी हुआ था क्योंकि उसको करने में मज़ा बहुत आता था. कपाली के लिए जब मै आवाज़ बदल कर बोलता था तब सब लोग वाह! वाह! बोलते थे. कैमरे के पीछे से भी आवाज़ आती थी वाह! वाह! की. जब कपाली का किरदार खत्म हुआ तो हमारे डीओपी ने एक दिन कहा कि एक बार कपाली की आवाज़ में बोल कर दिखाओ. सब लोग कपाली की आवाज़ को मिस कर रहे थे सेट पर. मुझे अच्छा लगता है जब मै कुछ अलग करता हूँ और वो वो लोगों को पसंद आता है.
कपाली के किरदार के लिए आपने कोई स्पेशल तैयारी की थी?
इस किरदार के लिए जब सारी तैयारी हो गयी तब दिक्कत आई इस किरदार के आवाज़ के लिए. क्योंकि आज तक जिन्होंने भी ट्रांसजेंडर का किरदार निभाया है उनकी आवाज़ मेल हीं रही है वो एक डॉमिनेटिंग इफ़ेक्ट देने के लिए. और कपाली का किरदार विलेन है तो इसको भी डॉमिनेटिंग दिखाना होगा. मेल आवाज़ जो थी वो तो मानसेन की थी और मै दूसरी और कोई मेल आवाज़ निकाल नहीं सकता था और टेलीविज़न में ज्यादा एक्सपेरिमेंट करने का समय नहीं होता है. बहुत सोचने के बाद मुझे लगा इसकी आवाज़ ऐसी होनी चाहिए जो जब आप सुने तो आपको परेशान करें लेकिन आपको ऐसा भी लगे कि ये कैसी आवाज़ है. मै जब रोज़ सेट पर आता था तो मै मलाड क्रॉस करके आता था वहां पर जो भी ट्रांसजेंडर मांगने वाले होते हैं, मै उनको गूगल पे किया करता था. मैंने कभी इतने ध्यान से इस ट्रैक के आने के पहले इतना सोचा नहीं था. लेकिन जब ये ट्रैक आया तो मैंने उनसे कुछ जेस्चर सीखें. अगर आवाज़ की बात करूँ तो ये जब मैं दिल्ली में रहा करता था मैंने वहां से उठाई है. ये बात वैसे तो मैंने किसी को बताई नहीं है जब मै वेस्ट दिल्ली में रहता था तब एक आवाज़ आती थी जो सब्जी बेचने वालों की होती थी. वो बहुत तेज आवाज़ में बोलते थे. मैंने उनका हाई-पिच टोन वहां से कॉपी किया.
अपने फैंस को क्या कहना चाहेंगे?
मुझे जब भी मौका मिलेगा मै आपको ऐसे हीं एंटरटेन करता रहूँगा. आप इतने सालों से मेरा सपोर्ट कर रहे हैं और मुझे इतना प्यार कर रहे हैं इसके लिए बहुत बहुत शुक्रिया. आप रहेंगे तो हम भी रहेंगे.
Mansen Aka Anuj Sachdeva On playing Kapali’s character
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