जॉन अब्राहम इस समय अपनी हालिया फिल्म 'वेदा' को लेकर चर्चा में बने हुए हैं. फिल्म बॉक्स ऑफिस पर ठीक ठाक कलेक्शन कर रही हैं. वहीं जॉन अब्राहम द्वारा हाल ही में दिए गए एक इंटरव्यू में की गई टिप्पणी फिर से सामने आई है. जॉन ने कहा कि महिलाएं, बच्चे और जानवर भारतीय समाज के सबसे अधिक उत्पीड़ित सदस्य हैं.
महिलाएं, बच्चे और जानवरों की सुरक्षा को लेकर फिर बोले जॉन
आपको बता दें जॉन अब्राहम ने अपने इंटरव्यू में एक बार फिर महिलाएं, बच्चे और जानवरों की सुरक्षा को लेकर बात की. उन्होंने कहा, "भारत में महिलाएं, बच्चे और जानवर सुरक्षित नहीं हैं. यह दुखद है. भारतीय पुरुषों को यह समझने की जरूरत है कि उन्हें अपनी महिलाओं के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए. यह बहुत महत्वपूर्ण है. हर औरत के लिए, एक आदमी को एक रक्षक होना चाहिए".
देश को बदलना चाहते हैं जॉन अब्राहम
वहीं देशभक्ति और अंधराष्ट्रवाद के बीच अंतर को देखते हुए जॉन अब्राहम ने कहा, "क्योंकि मैं भारत से प्यार करता हूं, इसलिए मेरे लिए इसकी आलोचना करना जरूरी है. देशभक्ति और अंधराष्ट्रवाद के बीच अंतर है. सिर्फ 'भारत महान है' कहने से आप देश के सच्चे प्रेमी नहीं बन जाते. जब आप समाज में बदलाव लाने के लिए काम करते हैं तो आप सच्चे देशभक्त बन जाते हैं. मेरे जीवन का एकमात्र लक्ष्य अपनी छोटी सी दुनिया में समाज में बदलाव लाना है. मैं जानवरों को बेहतर दर्जा देना चाहता हूं. भारत में जानवरों की स्थिति बदतर होती जा रही है. यह दुखद है कि उनकी सुरक्षा के लिए कोई कानून नहीं बनाया गया है".
भारत में महिलाएं, बच्चे और जानवर सुरक्षित नहीं हैं- जॉन अब्राहम
यही नहीं जॉन अब्राहम ने अपने हालिया इंटरव्यू के दौरान कहा था, ''भारत में महिलाएं, बच्चे और जानवर सुरक्षित नहीं हैं. यह दुख की बात है. भारतीय पुरुषों को यह समझने की जरूरत है कि उन्हें अपनी महिलाओं के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए. ये बहुत महत्वपूर्ण है. हर औरत के लिए, एक आदमी को एक रक्षक होना चाहिए. क्योंकि मैं हिंदुस्तान से प्यार करता हूं, मैं भारत प्रेमी हूं, बहुत जरूरी है कि मैं भारत की आलोचना करूं. देशभक्ति और अंधराष्ट्रवाद में फर्क है. 'मेरा भारत महान' कहने से आप भारत प्रेमी नहीं बनते. आप तब ही भारत प्रेमी बनोगे जब आप समाज में बदलाव लाओगे”.
हिंदुस्तान में जानवरों की हालत है बद से बदतर
वहीं जॉन अब्राहम ने अपनी बात को जारी रखते हुए आगे कहा था, ''मेरा एक ही मकसद है जिंदगी में मैं अपनी छोटी सी दुनिया में समाज को बदल सकता हूं. जानवरों को एक स्टेटस दे दूं. जानवरों की जो हालत है हिंदुस्तान में, वह बद से बदतर होती जा रही है. दुख की बात ये है कि जानवरों की सुरक्षा के लिए एक भी कानून नहीं निकला है. जब मैं आपको बताता हूं कि भारत में महिलाएं, बच्चे और जानवर सुरक्षित नहीं हैं, तो आप बहस नहीं कर सकते. क्या आप इस पर बहस कर सकते हैं? आप इस पर बहस नहीं कर सकते”. जॉन का यह बयान ऐसे समय में महत्वपूर्ण है जब कोलकाता में हुए क्रूर बलात्कार और हत्या के मामले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है.
वेदा ने किया इतना कलेक्शन
जॉन को हाल ही में फिल्म वेदा में देखा गया था, जिसमें वह एक युवा दलित महिला के रक्षक की भूमिका निभा रहे हैं, जिसे उच्च जाति के पुरुषों द्वारा प्रताड़ित किया जाता है. फिल्म वेदा में जॉन अब्राहम के अलावा अभिषेक बनर्जी और शरवरी वाघ भी मुख्य भूमिका में नजर आए. वेदा का निर्माण ज़ी स्टूडियो, रमेश कुमार बैसामी, मोनिशा अभिलेखागार, मधु भोजवानी, जॉन अब्राहम द्वारा किया गया है. सैकैनिल्क की शुरुआती ट्रेंड रिपोर्ट के मुताबिक, 'वेदा' ने रिलीज के छठे दिन यानी पहले मंगलवार को 60 लाख का बिजनेस किया है. इसके साथ ही 6 दिनों में 'वेदा' का कुल कलेक्शन अब 16.10 करोड़ रुपये हो गया है.
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