कंगना रनौत इस समय अपनी अपकमिंग फिल्म इमरजेंसी को लेकर चर्चा में बने हुए हैं. फिल्म को रिलीज होने में कुछ ही दिन बाकी हैं. वहीं फिल्म रिलीज से पहले इमरजेंसी कानूनी पचड़े में फंस चुकी हैं. जी हां, आपने सही सुना, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने मंगलवार को मंडी की सांसद कंगना रनौत अभिनीत फिल्म ‘इमरजेंसी’ के निर्माताओं को सिखों को कथित रूप से ‘गलत तरीके से प्रस्तुत’ करने और ‘विकृत’ करने को लेकर कानूनी नोटिस भेजा है.
फिल्म का ट्रेलर हटाने के लिए कंगना को भेजा गया नोटिस
आपको बता दें कंगना रनौत को उनकी आने वाली फिल्म इमरजेंसी की रिलीज से पहले कानूनी नोटिस मिला है. मंगलवार, 27 अगस्त 2024 को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने कंगना समेत फिल्म के निर्माताओं को नोटिस भेजकर उनसे इस महीने की शुरुआत में रिलीज हुए ट्रेलर को हटाने को कहा है. एसजीपीसी के सचिव प्रताप सिंह ने फिल्म पर अपनी आपत्ति जताई और खुलासा किया कि इमरजेंसी पर प्रतिबंध लगाने के लिए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री और केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष को अलग-अलग पत्र भी लिखे गए थे. उन्होंने कंगना रनौत पर सिखों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया और दावा किया कि फिल्म के ट्रेलर के रिलीज होने के बाद कई “सिख विरोधी दृश्य” सामने आए हैं.
कानूनी नोटिस में सिख समुदाय से लिखित माफी मांगने को कहा गया
कानूनी नोटिस में कहा गया है कि कट्टरपंथी सिख उपदेशक जरनैल सिंह भिंडरावाले और सिख समुदाय के किसी भी व्यक्ति ने कभी भी 'खालिस्तान' की मांग नहीं की, इसलिए सिख विरोधी भावनाओं को दर्शाने वाले सीन्स को फिल्म से हटा दिया जाना चाहिए. एसजीपीसी के कानूनी सलाहकार अधिवक्ता अमनबीर सिंह सियाली द्वारा भेजे गए नोटिस में कंगना रनौत सहित फिल्म के निर्माताओं से ट्रेलर को सार्वजनिक और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से हटाने और सिख समुदाय से लिखित माफी मांगने को कहा गया है. नोटिस में फिल्म से सभी आपत्तिजनक सीन्स को हटाने की भी मांग की गई है.नोटिस में कहा गया है कि यह जानबूझकर पूरे विश्व के सिखों का चरित्र हनन है, जो सच्चे ऐतिहासिक तथ्यों को दरकिनार कर झूठे प्रचार के आधार पर सिख विरोधी कहानी गढ़ रहा है, जिसका उद्देश्य चुनिंदा राजनीतिक एजेंडे के लिए राजनीतिक लाभ हासिल करना है.
फिल्म से हटाए जाने चाहिए आपत्तिजनक सीन्स
वहीं कानूनी नोटिस में कहा गया है, "2:30 मिनट पर, ट्रेलर में एक फिल्मी किरदार, जो संभवतः कांग्रेस पार्टी का नेता है, का संवाद है, "तुम जानते हो कि हमारी पार्टी को क्या चाहिए". इसके बाद, संवाद के जवाब में, एक अन्य सिख का किरदार निभाते हुए यह कहते हुए सुना जाता है, "तोहादी पार्टी नू वोट चाहिए ने अते सानू चाहिए है खालिस्तान". इसके बाद, इन सीन्स में सिख पोशाक में एक किरदार को असॉल्ट राइफलों से लोगों पर गोली चलाते हुए दिखाया गया है. इतिहास में ऐसा कोई सबूत या साक्ष्य नहीं है जो साबित करता हो कि भिंडरावाले ने ऐसे शब्द कहे थे और न ही पूरे सिख धार्मिक/इतिहास में ऐसा कोई दस्तावेज है".
6 सितंबर 2024 को रिलीज होगी इमरजेंसी
इमरजेंसी में कंगना के अलावा, इमरजेंसी में अनुपम खेर, मिलिंद सोमन, महिमा चौधरी और श्रेयस तलपड़े भी हैं. श्रेयस तलपड़े जहां अटल बिहारी वाजपेयी की भूमिका निभाते नजर आएंगे, वहीं अनुपम खेर जयप्रकाश नारायण की भूमिका में नजर आएंगे. दिवंगत अभिनेता सतीश कौशिक भी भारत के पूर्व उप प्रधानमंत्री जगजीवन राम की भूमिका में नजर आएंगे. इमरजेंसी को कई बार स्थगित किया जा चुका है और अब यह 6 सितंबर, 2024 को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है.
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