फिल्म: मल्हार
कलाकार: श्रीनिवास पोकाले, विनायक पोतदार, शारिब हाशमी, अंजलि पाटिल, ऋषि सक्सेना
निर्देशन: विशाल कुंभार
अवधि: 1 घंटा 43 मिनट
भाषा: हिंदी
रेटिंग: 3.5
कहानी
Malhar Movie Review: फिल्म की शुरुआत दमदार तरीके से होती है, जिसमें एक कब्रिस्तान का दृश्य है, जो सहजता से दो युवा लड़कों, जावेद (विनायक पोतदार) और भैरव (श्रीनिवास पोकाले) के एक मजेदार रोमांच की ओर ले जाता है. जावेद और भैरव दोनों सबसे अच्छे दोस्त हैं. वहीं भैरव को सुनने में दिक्कत होती है इसलिए वह हियरिंग एड पहनता है. एक बार जब एड खराब हो जाता है, तो कहानी फिर से एड खरीदने के उनके संघर्ष के इर्द-गिर्द घूमती है. दूसरी कहानी केसर की है जिसकी हाल ही में गांव के सरपंच के बेटे लक्ष्मण से शादी हुई है. शादी के कई दिनों बाद भी वह गर्भवती नहीं हो रही है इसलिए उसके ससुराल वाले उसे लगातार कोस रहे हैं. इसी बीच उसकी मुलाकात मोहन (शारिब हाशमी) से होती है और कहानी में बड़ा ट्विस्ट तब आता है जब जावेद की बहन, जैस्मीन (अक्षता आचार्य), जतिन (मोहम्मद समद) के साथ एक खिलते हुए रोमांस को आगे बढ़ाती है, जबकि केसर (अंजलि पाटिल) गांव के सरपंच की बांझ बहू के रूप में सामाजिक अपेक्षाओं के बोझ से जूझती है. कहानी में उनके मिलने के संघर्ष और उसके परिणामों को दर्शाया गया है. मल्हार इन तीनों कहानियों का एक अद्भुत मिश्रण है और ये सभी कहानियां एक दूसरे से गहराई से जुड़ी हुई हैं और एक ही गांव की हैं.
एक्टिंग
फिल्म मल्हार में श्रीनिवास पोकाले और विनायक पोतदार में वास्तविक जीवन के सबसे अच्छे दोस्त की केमिस्ट्री बखूबी देखने को मिल रही हैं. मासूमियत, शरारत और अटूट वफादारी का उनका चित्रण दिल को छू लेने वाला है. वहीं मोहन की भूमिका में शारिब हाशमी ने भी प्रभावित किया है. यही नहीं शारिब हाशमी शोरगुल करने वाले विक्रेता और स्वघोषित टूर गाइड मोहन के रूप में चमकते हैं, उनकी टूटी-फूटी अंग्रेजी हास्यपूर्ण राहत प्रदान करती है. श्रीनिवास पोकले, ऋषि सक्सेना, मोहम्मद समद और अक्षता आचार्य ने भी फिल्म में कमाल का अभिनय किया है. निर्देशक विशाल कुंभार ने तीन अलग-अलग कहानियों को एक सुसंगत कथा में कुशलतापूर्वक पिरोया है. प्रत्येक कहानी अपने आप में अलग है, फिर भी वे सभी सही सामंजस्य में गूंजती हैं. लेखक-निर्देशक विशाल कुंभार और सह-लेखक अपूर्व पाटिल मार्मिक वास्तविकताओं के साथ दिल को छू लेने वाले क्षणों को संतुलित करने में उत्कृष्ट हैं.
पॉपुलर फिल्म पत्रकार ज़ेड ए जौहर के बेटे हैं शारिब हाशमी
बता दें शारिब हाशमी के पिता ज़ेड ए जौहर (Z.A. Johar) मायापुरी के वरिष्ट फिल्म पत्रकार थे. जिन्होंने अपनी अंतिम साँस तक मायापुरी पत्रिका के लिए काम किया. वही उनके बेटे शारिब हाशमी एक एक्टर, लेखक, निर्माता और निर्देशक हैं जो हिंदी सिनेमा में काम करते हैं. उन्हें अमेज़ॅन प्राइम वीडियो सीरीज़ द फैमिली मैन (2019-2021) में जेके तलपड़े की भूमिका निभाने के लिए जाना जाता है, जिसके लिए उन्होंने ड्रामा सीरीज में बेस्ट सहायक एक्टर के लिए फिल्मफेयर ओटीटी पुरस्कार सहित कई पुरस्कार जीते.
जब शारिब हाशमी ने दफना दिया था एक्टर बनने का सपना
शारिब हाशमी ने एक्टिंग में हाथ आजमाने का फैसला काफी देरी से किया. उन्होंने इसकी वजह बताते हुए कहा, 'मैं एक्टर बनना तो बचपन से चाहता था पर मुझे लगता था कि मेरी पर्सनैलिटी एक्टर वाली नहीं है. मैंने एक्टर्स को करीब से देखा था, सब लंबे-चौड़े खूबसूरत होते हैं और मुझे अपनी हाइट को लेकर काफी समय तक एक कॉम्प्लेक्स था, इसलिए मैंने एक्टर बनने का सपना दफना दिया. लेकिन जब मैंने टीवी चैनल्स के लिए लिखना शुरू किया तो वे लोग मुझसे एक्टिंग करवाने लगे. हम फनी, कॉमिडी शो बनाते थे तो वे कहते थे कि ये रोल तू कर ले, इसकी डबिंग कर दे और वो मैं बहुत एंजॉय करता था. हमारा लोगों को बकरा बनाने वाला शो खूब हिट हुआ. ऐसे मैं एक्टिंग में आया. मुझे अपने लुक के कॉम्प्लेक्स से उबरने और यह फैसला करने में कि मुझे यही करना है. ऐसा करने में मुझे काफी समय लगा, मगर जब ये कॉन्फिडेंस आया तो भयंकर आया कि मेरे पास इतना टैलंट है कि मेरी बाकी सारी कमियां छिप सकती है.
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