गपशप Birthday: अवार्ड्स की डबल हैट्रिक करने वाले इकलौते फिल्ममेकर Bimal Roy यूँ तो बिमल रॉय का नाम किसी पहचान का मोहताज नहीं है। दो बीघा ज़मीन, सुजाता, बंदिनी, मधुमतीआदि सन 50 और 60 के दशक की वो फिल्में हैं जिन्हें देश ही नहीं दुनिया भर में ख्याति मिली है... By Mayapuri Team 12 Jul 2024 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
बीते लम्हें Bimal Roy Death Anniversary: अवार्ड्स की डबल हैट्रिक करने वाले इकलौते फिल्ममेकर थे बिमल रॉय यूँ तो बिमल रॉय का नाम किसी पहचान का मोहताज नहीं है। दो बीघा ज़मीन, सुजाता, बंदिनी, मधुमतीआदि सन 50 और 60 के दशक की वो फिल्में हैं जिन्हें देश ही नहीं दुनिया भर में ख्याति मिली है। बिमल रॉय जिन्हें तब इंडस्ट्री बिमल दा के नाम से बेहतर जानती थी; 1935 में आई By Siddharth Arora 'Sahar' 08 Jan 2024 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
ताजा खबर Dharmendra के पोते Karan Deol करेंगे शादी, आखिर कौन हैं उनकी दुल्हनिया! Sunny Deol son Karan Deol Wedding: सनी देओल (Sunny Deol) के बेटे करण देओल (Karan Deol) जिन्होंने अपने पिता की साल 2019 में निर्देशित फिल्म 'पल पल दिल' के पास से अभिनय की शुरुआत की थी. वहीं कुछ ही दिनों में शादी करने जा रहे हैं. सनी देओल के बेटे करण देओल क By Asna Zaidi 03 May 2023 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
अली पीटर जॉन जब राजिंदर सिंह बेदी, महान लेखक ने बिमल राॅय की ‘देवदास’ में एक लाइन बदलने से इनकार कर दिया - अली पीटर जाॅन <caption style='caption-side:bottom'> Ali Peter John</caption> क्या मेरी माँ जो जंगल में अपनी झोपड़ी बना सकती थी और जो बाद में विभिन्न मिलों और कारखानों में काम करने वालों की भीड़ को आकर्षित करने के लिए आई थी, जिस गाँव में By Ali Peter John 08 Jan 2022 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
अली पीटर जॉन उस दिन मैंने अपनी जिन्दगी के सबसे शानदार इंसान को देखा... नाम था धर्मेन्द्र जो आज मेरा एक बहुत ही प्यारा दोस्त है- अली पीटर जॉन मेरे घर के चारों ओर स्टूडियो थे और फिल्मों की शूटिंग मेरे गाँव के पास के जंगलों में भी की जाती थी और महाकाली गुफाएँ (हजार साल पुरानी गुफाएँ अब एक विरासत स्थल बन गई हैं) और यहाँ तक कि एक आठ सौ साल पुराने चर्च के खंडहरों में भी। मैं और मेरे कुछ दोस्त दिलीप By Mayapuri Desk 02 Jul 2021 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
इंटरव्यूज जो लिखा वो किसी को प्रभावित करने के लिए नहीं लिखा - Gulzar 'मोरा गोरा अंग लइले, मोहे स्याम रंग दइदे' से न चाहते हुए भी अपना फिल्मी सफर शुरु करने वाले मशहूर शायर, फ़नकार, लेखक, निर्देशक, निर्माता और उम्दा गीतकार गुलज़ार (Gulzar) कहते बताते हैं कि उन्होंने जो भी कुछ लिखा वो किसी को खुश करने के लिए नहीं लिखा। गुलज़ा By Siddharth Arora 'Sahar' 04 Apr 2021 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn