Birthday Special Gulzar: जब शैलेन्द्र ने गुलज़ार को बुरी तरह झिड़क दिया
गुलज़ार यूँ तो नाम सुनते ही कोई ग़ज़ल, कोई शायरी, कोई नज़्म या कोई उदासी छेड़ता गीत याद आ जाता है। गुलज़ार की आँखों में भी आपको उदासी ठहरी हुई नज़र आ जाती है...
गुलज़ार यूँ तो नाम सुनते ही कोई ग़ज़ल, कोई शायरी, कोई नज़्म या कोई उदासी छेड़ता गीत याद आ जाता है। गुलज़ार की आँखों में भी आपको उदासी ठहरी हुई नज़र आ जाती है...
Web Stories: मशहूर शायर गुलजार का जन्म 18 अगस्त 1934 को झेलम जिले के दीना गांव में हुआ था. ऐसे में चलिए जानते है गुलजार साहब से जुड़ी कुछ बातें.
ताजा खबर: मशहूर शायर गुलजार का जन्म 18 अगस्त 1934 को झेलम जिले के दीना गांव में हुआ था. ऐसे में चलिए जानते है गुलजार साहब से जुड़ी कुछ बातें.
गुलज़ार को एक कवि, लेखक, निर्देशक, संवाद लेखक, गीत लेखक और “फ़िल्मों के चित्रकार” के रूप में स्वीकार और अस्वीकार कर दिया गया है, लेकिन उन्हें हमेशा ऐसे लेखक के रूप में याद किया जाएगा जिन्होंने कुछ बेहतरीन महिला पात्रों का निर्माण किया और उन्हें कुछ के साथ ज