लताजी को फिर जनम लेने कि बिलकुल ख्वाइश नहीं थी, और लता मंगेशकर बनकर फिर जनम लेने का कोई लोभ भी नहीं था, लेकिन उन लोगो का क्या कहे जो उनको अभिसे पुनर जनम दे रहे हैं?
-अली पीटर जॉन भगवान ने दुनिया और उसके लोगों के लिए चार या कई और मौसम बनाए होंगे। लेकिन अपनी सर्वकालिक पसंदीदा रचना, लता मंगेशकर के लिए, उन्होंने पहले ही एक ऐसे मौसम को चिह्नित कर लिया था जो कभी नहीं बदलेगा या समाप्त नहीं होगा। यह उनके जीवनकाल में साबित