Prem Sagar Passes Away: "कृष्ण भक्त थे पापा, ज़रूर वैकुंठ लोक गए होंगे” – शिव सागर
एक दुखद घटना में, प्रसिद्ध फिल्म निर्माता प्रेम सागर, जो दिग्गज रामानंद सागर के सुपुत्र थे और भारतीय टेलीविज़न पर पौराणिक कहानियों को नई पहचान देने वाले थे.....
एक दुखद घटना में, प्रसिद्ध फिल्म निर्माता प्रेम सागर, जो दिग्गज रामानंद सागर के सुपुत्र थे और भारतीय टेलीविज़न पर पौराणिक कहानियों को नई पहचान देने वाले थे.....
रविवार, 31 अगस्त सुबह के लगभग 11.54 बजे थे और मेरा फ़ोन बजा. फ़ोन सागर वर्ल्ड से था. चूँकि इन दिनों सागर वर्ल्ड के मेगा सीरियल 'कामधेनु गौ माता' की चर्चा खूब हो रही है...
भारतीय टेलीविजन की सबसे यादगार विरासतों में से एक है सागर परिवार का योगदान, जिसने पौराणिक कथाओं को पर्दे पर जीता-जागता रूप देने का अद्भुत काम किया है।
वो दिन मेरे जीवन का सबसे यादगार दिन रहा जब महान फ़िल्म निर्माता निर्देशक, लेखक, डॉक्टर रामानंद सागर जी से अंधेरी के नटराज स्टूडियो स्थित उनके विशाल कार्यालय में मुझे उनसे मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था...
Ramayan: रामानंद सागर (Ramanand Sagar) की 'रामायण' (Ramayan) 90 के दशक में टीवी पर प्रसारित होती थी. उन दिनों हर कोई अपना काम छोड़कर टीवी के सामने बैठकर इस टीवी सीरियल को देखता था. जब भी रामायण का जिक्र आता है तो रामानंद सागर का नाम जरूर आता है. यूं कहें
Anupamaa: सीरियल अनुपमा (Anupamaa) फैंस के दिलों पर राज कर रहा है. शो में नजर आने वाले हर स्टार पर फैंस खूब प्यार बरसा रहे हैं. वहीं अनुपमा में बापूजी का किरदार निभाने वाले अरविंद वैद्य ( Arvind Vaidya) कई एपिसोड से गायब हैं, जिसमें अनुपमा की पूरी कास्ट द
Prabhas Fans vandalise theatre in Telangana: साउथ सुपरस्टार प्रभास (Prabhas) और कृति सेनन (Kriti Sanon) स्टारर फिल्म 'आदिपुरुष' (Adipurush) सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी हैं. इस फिल्म में बीते एक दिन में बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन किया हैं. वहीं फैंस मे
स्वर्गीय रामानंद सागर की पोती बहू (ग्रैंड डॉटर इन लॉ) वैशाली सागर और फैशन डिजाइनर निशा सागर की बहू वैशाली सागर ने हाल ही में मुंबई में भारतीय लोक नृत्य में विशारद परीक्षा आयोजित की थी जिसमें यूएसए, यूके, बेल्जियम, दुबई, गुड़गांव, चेन्नई, ब
रामचरित मानस के साथ साथ कई अन्य ग्रंथों के रचयिता, महान संत तुलसीदास जी के जन्मोत्सव के अवसर पर, भावनगर जिले के कैलाश गुरुकुल में, पूज्य मोरारी बापू जी की उपस्थिति में वाल्मिकी, व्यास तथा तुलसी पुरस्कार का आयोजन बड़े ही दिव्य वातावरण में किया गया, जहां कई