Rana Daggubati news
ताजा खबर: दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपरस्टार राणा दग्गुबाती इन दिनों एक बड़े विवाद में फंसते नजर आ रहे हैं. अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राणा को पूछताछ के लिए समन भेजा था, लेकिन अभिनेता निर्धारित तिथि पर पेश नहीं हुए. अब ईडी ने उन्हें 11 अगस्त को दोबारा उपस्थित होने के लिए नोटिस भेजा है. इस मामले में टॉलीवुड और बॉलीवुड के कई नामचीन सितारों के नाम सामने आ रहे हैं.
क्या है पूरा मामला?
तेलंगाना में गैरकानूनी ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप्स के जरिए करोड़ों रुपये की अवैध कमाई का मामला सामने आया है. कहा जा रहा है कि इन ऐप्स को प्रमोट करने के लिए कई फिल्मी सितारों और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को मोटी रकम दी गई. इन ऐप्स के माध्यम से आम लोगों को आकर्षित कर, सट्टेबाजी के लिए प्रेरित किया गया, जो भारतीय कानून के अनुसार अवैध है.ईडी ने इस मामले की जांच तेलंगाना पुलिस द्वारा दर्ज की गई पांच एफआईआर के आधार पर शुरू की है. इस मामले में ईडी का फोकस है — कौन-कौन से सितारे इन ऐप्स से जुड़े रहे और किस हद तक इनका प्रमोशन किया गया.
किन सितारों के नाम आए सामने?
इस जांच में सिर्फ राणा दग्गुबाती ही नहीं, बल्कि कई अन्य चर्चित नाम भी ईडी की नजर में हैं. ईडी ने हाल ही में प्रकाश राज को 30 जुलाई, विजय देवरकोंडा को 6 अगस्त, और लक्ष्मी मंचु को 13 अगस्त को तलब किया है. इन सभी से ऑनलाइन बेटिंग ऐप्स के प्रमोशन से जुड़े वित्तीय लेन-देन को लेकर पूछताछ की जाएगी.
ब्रांड प्रमोशन या अवैध प्रचार?
सूत्रों के मुताबिक, कुछ सितारों ने दावा किया है कि उन्हें यह नहीं पता था कि जिन प्लेटफॉर्म्स का वे प्रचार कर रहे हैं, वे गैरकानूनी सट्टेबाजी से जुड़े हैं. उनका कहना है कि उन्होंने इसे सिर्फ ब्रांड प्रमोशन समझकर किया था, न कि किसी आपराधिक गतिविधि के हिस्से के रूप में. हालांकि, ईडी इन दावों की सच्चाई जानने के लिए PMLA (Prevention of Money Laundering Act) के तहत बयान दर्ज करेगी.
कानून क्या कहता है?
मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत, अगर कोई व्यक्ति अवैध रूप से कमाए गए धन को किसी भी रूप में बढ़ावा देता है, सफेद करने की कोशिश करता है या उस प्रक्रिया में शामिल होता है, तो उस पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है. इसमें आर्थिक दंड के साथ-साथ गिरफ्तारी तक का भी प्रावधान है. ऐसे मामलों में सिर्फ प्रमोट करना भी जांच के दायरे में आता है, खासकर जब बड़ी धनराशि का लेन-देन हुआ हो.
11 अगस्त को राणा को फिर से समन
राणा दग्गुबाती के समन को नजरअंदाज करने के बाद ईडी ने उन्हें 11 अगस्त को फिर से बुलाया है. अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या राणा इस बार पेश होते हैं और क्या बयान देते हैं. उनके बयान से जांच की दिशा तय हो सकती है. अगर राणा कोई बड़ा खुलासा करते हैं, तो यह मामला और भी बड़े फिल्मी और कारोबारी चेहरों तक पहुंच सकता है.
जांच का दायरा बढ़ा
ईडी की जांच अब सिर्फ सितारों तक सीमित नहीं रह गई है. अब एजेंसी उन कंपनियों और प्रमोटर्स तक भी पहुंच रही है जिन्होंने इन ऐप्स को बाजार में लाने और प्रचारित करने में भूमिका निभाई. तकनीकी जांच के लिए सोशल मीडिया प्रचार, भुगतान प्रणाली और बैंक खातों की भी छानबीन की जा रही है.