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Ram Madhvani, Taaruk Raina, Nikita Dutta Talk About The Waking Of A Nation
निकिता दत्ता (Nikita Dutta), तारुक रैना (Taaruk Raina) का आने वाला शो ‘वेकिंग ऑफ अ नेशन’ (The Waking Of A Nation) का ट्रेलर रिलीज हो चुका है. इसे लोगों द्वारा काफी पंसद किया जा रहा है. हाल ही में शो की स्टारकास्ट और निर्देशक राम माधवानी (Ram Madhvani) ने मीडिया के साथ एक प्रेस कांफ्रेंस की, जहाँ उन्होंने अपनी सीरीज के बारे में बताते हुए मीडिया के सवालों के जवाब दिए. क्या कुछ कहा निकिता, तारुक और राम माधवानी ने, आइये जानते हैं.
आप सभी को बहुत- बहुत बधाई. जलियांवाला बाग हत्याकांड से सभी सहम जाते हैं, लेकिन आपने इस पर एक शो ही बना दिया, तो आप हमने अपनी आने वाले शो के बारे में कुछ बताये.
राम माधवानी- हमारी कहानी जलियांवाला बाग हत्याकांड से प्रेरित है, हालाँकि हमने अपने शो में उसे दिखाया नहीं है. हमारे शो में जलियांवाला बाग हत्याकांड होने से पहले और होने के बाद की कहानी को 4 दोस्तों के जीवन के ज़रिये दिखाया गया है. सब कहते हैं कि ये पूरा हत्याकांड जनरल डायर ने किया है, लेकिन हम अपनी कहानी में दिखा रहे है कि इसमें सिर्फ जनरल डायर ही शामिल नहीं था, बल्कि पूरी संस्था शामिल थी.
आपका इस शो में क्या रोल है, आप इसमें क्या किरदार निभा रही है?
निकिता- इस शो में मैं एक अलग अवतार में दिखाई दूंगी, हालाँकि मैंने पहले भी ऐसा एक किरदार निभाया है पर इसकी बात अलग है. मेरे किरदार का अहमियत मेरे लिए बहुत ज्यादा है, क्योंकि हम उस समय की बात कर रहे है जब हमारा देश आजाद नहीं हुआ था, उस समय महिलाओं की बहुत -सी अनसुनी कहानियाँ है. मेरा किरदार गुलाम भारत की एक महिला का है, जिसे बहुत ही अच्छे तरीके से हमारे लेखकों ने लिखा है. मेरे लिए इससे बढ़कर कोई और बात नहीं हो सकती कि मैं राम सर के लिखे किरदार को परदे पर जी रही हूँ.
यह शो 4 दोस्तों की कहानी है. लेकिन आप इसमें से किसका किरदार निभा रहे हैं?
तारुक- मैं इस कहानी में कांतिलाल साहनी का किरदार निभा रहा हूँ, जो एक वकील हैं. वह ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है ताकि पीडित लोगों को जलियांवाला बाग में हुई घटना के लिए न्याय मिल सके. यह कहानी दो घटनाओं से प्रेरित है, जो 1919 के आस- पास की है.
तारुक के जवाब में निर्देशक राम माधवानी ने अपनी बात जोड़ते हुए कहा कि कांतिलाल साहनी का किरदार ऐसा है कि उसे लगता है कि अंग्रेज अपनी शक्ल की तरह दिल के भी गोरे होते हैं इसलिए शुरू में कांतिलाल कोट पहनता है लेकिन आखिर तक वह धोती पर आ जाता है.
जलियांवाला बाग हत्याकांड एक सेंसेटिव टॉपिक है, इसमें कही भी गलती की कोई गुंजाइश नहीं है, क्योंकि अगर ऐसा हुआ तो कंट्रोवर्सी में फंसा जा सकता है, तो जब आपके पास यह प्रोजेक्ट आया तो आपके दिमाग में क्या चल रहा था?
राम माधवानी- हम बहुत रिसर्च और डिटेल-ओरियंटेड हैं. हम यह नहीं कह रहे हैं कि हमने इसे इतिहास पर आधारित किया है, बल्कि यह दो घटनाओं से प्रेरित है. ऐसा नहीं है कि यह किरदार काल्पनिक है. हम यह नहीं कह रहे हैं कि हम इसे इतिहास पर आधारित मानते हैं, लेकिन हां, हमने एक घटना को लिया है, जो इतिहास पर आधारित और प्रेरित है.
निकिता- इस शो को बनाने के दौरान, हर बार यह ध्यान में रखा गया कि जिस घटना से हमें प्रेरणा मिली है, वह एक बहुत गंभीर घटना थी. हम इसे हल्के में नहीं ले सकते. हम जब इसकी शूटिंग कर रहे थे तो राम और उनकी पत्नी ने एक पेड़ पर पूरी टीम से धागा बंधवाया था. इतना ही नहीं बल्कि दीया भी जलाया जाता था, लेकिन ये सब हम तक सीमित रहता है. आप तक ये नहीं आता है, तो मैं यह कहना चाहूंगी कि हम जानते थे कि हम एक बहुत ही गंभीर विषय पर आधारित शो लेकर आ रहे हैं.
हमने सुना है कि इस शो को आपने बिना मेकअप के शूट किया है? इसमें कितनी सच्चाई है?
निकिता- मैंने शो की पूरी शूटिंग बिना मेकअप के ही की है. मुझे एक भी ड्रॉप मेकअप पहनने की अनुमति नहीं थी, यहां तक कि मेरा टच-अप मेकअप भी नहीं किया गया. अगर मुझे पसीना आ रहा था या गंदा महसूस हो रहा था, तो सर की सख्त हिदायत थी कि किसी को भी टच-अप करने की अनुमति नहीं है, क्योंकि उनके अनुसार यह नेचुरल है. मुझे शुरुआत में थोड़ा अजीब लगा, क्योंकि हम एक्टर्स है और हमारी की आदत होती है कि हम मेकअप करके ही कैमरे के सामने आते हैं. लेकिन फिर भी बिना मेकअप के कैमरे के सामने एक्टिंग करना बहुत शानदार अनुभव था. इससे मुझे परफॉर्मेंस के दौरान एक स्वतंत्रता मिली.
आपने अपनी आँखों पर पट्टी बांधी है, क्या इसका कोई स्पेशल मेसेज है?, और आपके किरदार से लोगों को क्या सीख मिलती है?
तारुक- मैंने को अपनी आँखों पर पट्टी बांधी है , उसका साइन यह है कि मेरा किरदार अंग्रेजी सोच से अँधा हो गया है. जैसा कि हमने कहा कि ये कहानी है कि कैसे मैं कोट से धोती तक आता हूँ और फिर मेरी आँखों पर बंधी पट्टी खुल जाती है.
तारुक के जवाब पर निर्देशक राम माधवानी ने कहा कि इसलिए ही हमने अपने शो का टाइटल ‘The Waking Of A Nation’ रखा है, क्योंकि ये एक आदमी और देश के जागने का प्रतीक है.
आपने इस किरदार को करने के लिए किस तरह की तैयारी की?
तारुक- मैंने इसके लिए बहुत तैयारी की है. मैंने इसके लिए कई वर्कशॉप की, ताकि मैं ये किरदार अच्छे से निभा सकूँ.
आपका इस शो को शूट करने का एक्सपीरियंस कैसा रहा है?
राम माधवानी- मुझे अगर कहा जाए कि मैं इस शो को किसी और स्टारकास्ट के साथ बनाऊ तो मैं आपको मना कर दूंगा, क्योंकि मैं अपना शो इन्हीं के साथ करना चाहता था. अगर इसे अच्छा रिस्पांस मिला तो मैं इसका दूसरा पार्ट भी बनाऊंगा जो 1857 पर आधारित होगा.
आपको बता दें कि निकिता, तारुक और राम माधवानी का शो ‘The Waking Of A Nation’ 7 मार्च को Sony LIV पर रिलीज होगा.
by PRIYANKA YADAV
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