फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के 2024 फ्रेम्स का उद्घाटन मुंबई में रानी मुख़र्जी ने किया. बता दें फिक्की फ्रेम्स भारतीय फिल्म उद्योग का एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन है, जिसकी अध्यक्षता पूर्व में यश चोपड़ा और सह-अध्यक्षता करण जौहर ने की थी.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फिक्की फ्रेम्स 2024 की थीम आरआरआर-रिफ्लेक्शन्स, रियलिटीज एंड रोड अहेड है।
रानी मुख़र्जी उन सशक्त एक्ट्रेस में से एक हैं जो कभी भी अपनी बात रखने से पीछे नहीं हटती हैं और अपने विचारों को खुल कर व्यक्त करती हैं. फिक्की फ्रेम्स 2024 के इस मौके पर रानी मुख़र्जी ने फिल्म इंडस्ट्री से और फिल्मों के बिजनेस से जुड़ी कई बातें कहीं.
सिनेमा के गतिशील माहौल पर रानी मुखर्जी ने कहा,
"पिछले कुछ वर्षों में कंटेंट के लिए तेजी से गतिशील वातावरण देखा गया है. महामारी ने हमें कुछ नया करने और दर्शकों से जुड़ने के तरीकों की फिर से कल्पना करने के लिए मजबूर किया क्योंकि ऑडियंस भी विकसित हुए और चाहते थे कि हम उनके लिए कुछ अनोखा और विघटनकारी पेश करें. भावनाओं के बहुरूपदर्शक और अपने शाश्वत आख्यानों के साथ सिनेमा लंबे समय से दुनिया भर में लाखों लोगों के लिए खुशी, प्रेरणा और एकता का स्रोत रहा है." सिनेमा के गतिशील माहौल पर रानी मुखर्जी.
रानी ने हालिया बॉक्स-ऑफिस पर फिल्मों की सफलता की सराहना करते हुए कहा,
"मैं वास्तव में रोमांचित हूं कि नाटकीय व्यवसाय वापस आ गया है और पठान, जवान, गदर 2, एनिमल, लियो, सालार, जेलर और अन्य जैसी मेगा फिल्मों ने एक ही कैलेंडर वर्ष में बॉक्स ऑफिस पर इतिहास रचा है. हम सिनेमा में एक मिथक तोड़ने वाले ऐतिहासिक वर्ष के गवाह हैं. 'पठान' उस दौर में रिलीज हुई थी जब हिंदी फिल्म उद्योग महामारी से उभर रहा था और कई सिंगल-स्क्रीन सिनेमाघर बंद हो गए थे या हो रहे थे. फिल्म ने एक ही भाषा में सबसे अधिक कमाई की और मैं अपने उद्योग को स्थिति बदलने और दुनिया को दिखाने के लिए बधाई देती हूं कि हिंदी सिनेमा सोशल मीडिया ट्रोलिंग का शिकार नहीं हो सकता,” रानी ने एसआरके के पठान के काम की प्रशंसा की.
कम बजट वाली कंटेंट-संचालित फिल्मों के शानदार काम और उनकी सफलता की सराहना करते हुए रानी ने कहा,
"इस तथ्य को कि हर किसी को यह विश्वास दिलाया गया था कि कंटेंट वाली फिल्में नाटकीय रूप से अच्छा काम नहीं करेंगी और उन्हें केवल ओटीटी तक ही सीमित रखा जाना चाहिए, कुछ लोगों ने इसे खारिज कर दिया है. कंटेंट फिल्में जो 2023 में रिलीज हुईं. चाहे वह मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे, 12वीं फिल्म, द केरल स्टोरी, ओह माय गॉड 2 जैसी फिल्में हों और विभिन्न भाषा की फिल्में जैसे बैपन भारी देवा, 3 एक्का, काबुलीवाला, कथल, विरुपाक्ष, कन्नूर स्क्वाड, चिट्ठा, बालागम, नेरू, बेबी, अर्धांगिनी आदि ने इस मिथक को तोड़ दिया कि केवल बड़े पैमाने की परियोजनाएं ही सिनेमाघरों में काम कर सकती हैं और कंटेंट-संचालित फिल्में बॉक्स ऑफिस को बाधित कर सकती हैं."
रानी ने सिनेमा से जुड़े सभी लोगों की सराहना की और दर्शकों को थिएटर में वापस आने के लिए मजबूर किया.
लोगों के काम की सराहना करते हुए रानी ने कहा,
"यह हमें अधिक जोखिम लेने और अधिक फ्रंट-फुट पर रहने और हमारे दिलों को छूने वाली कहानियों की तलाश करने के लिए प्रेरित करेगा."
इस मौके पर रानी मुखर्जी ने अपने दिवंगत ससुर यश चोपड़ा को भी याद किया जिनकी अध्यक्षता में यह फिक्की शुरू हुई थी.
फिक्की फ्रेम्स इवेंट में रानी मुखर्जी ने YRF के लिया कहा,
हम YRF में इस बात पर अड़े रहे कि हम अभी भी हर फिल्म को सिनेमा हॉल में रिलीज करेंगे, और हमने सोचा कि स्टैंड लेने के लिए हमें पुरस्कृत किया जाएगा, लेकिन हमारे लिए कुछ भी सही नहीं हुआ और 2 साल बाद पठान आया और पठान ने सब कुछ बदल दिया। भगवान देता है जब भी छप्पड़ फाड़ के देता है।
-आयुषी सिन्हा
Rani Mukherjee at the Launch Of Book FICCI Frames
Tags : Ficci Frames Rani Mukherjee | Ficci Frames 2024
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