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Yun Guzri Hai Ab Talak
प्रशंसित अभिनेता-गायक-संगीतकार रघुबीर यादव ने लेखक-निर्देशक-लेखिका 'गुड्डो'-- सीमा कपूर के साथ अपने बचपन की मस्ती-भरी यादों को साझा किया, जिसके बाद 'हाउसफुल' स्टार-स्टडेड सभा में जोरदार ठहाके और तालियाँ बजने लगीं. यह लगभग एक लंबे 'हास्य-सम्मेलन' जैसा था. प्रतिक्रियात्मक दर्शकों में अनुपम खेर, परेश रावल, अन्नू कपूर, बोनी कपूर, दिव्या दत्ता, बांसुरी वादक-संगीतकार "पद्म श्री" रोनू मजूमदार, लेखक-निर्देशक रूमी जाफ़री, गायिका "पद्म श्री" जसपिंदर नरूला और प्रतिमा काज़मी कन्नन जैसे अनुभवी सेलेब-सितारे शामिल थे.
बाद में, उसी कार्यक्रम के दौरान संवेदनशील डॉ. अन्नू कपूर और बोनी कपूर दोनों भावुक हो गए, जब उन्होंने मंच पर स्पष्ट, ईमानदार लेकिन भावुक श्रद्धांजलि दी, यहां तक कि दर्शकों की भी आंखें नम हो गईं.
इस शानदार साहित्यिक अवसर पर बॉलीवुड की सुप्रसिद्ध लेखिका-निर्देशिका सीमा कपूर की स्पष्टवादी और रंगारंग हिंदी आत्मकथा "यूं गुज़री है अब तलाक" का विमोचन किया गया. इस 'जरूर पढ़ी जाने वाली' पुस्तक (जो हिंदी में है) का विमोचन अनुपम खेर, परेश रावल, निर्माता-अभिनेता बोनी कपूर, डॉ. अन्नू कपूर, दिव्या दत्ता, रघुबीर यादव, गायक डॉ. जसपिंदर नरूला, लेखिका-निर्देशक रूमी जाफ़री, रोनू मजूमदार, प्रतिमा कानन, लोकप्रिय अभिनेत्री ग्रुशा कपूर (पति बिक्रम के साथ), मॉडल-अभिनेता-लेखिका मीशा कपूर सहित अन्य लोगों ने किया. इस भव्य कार्यक्रम का समन्वयन और आयोजन स्टूडियो रिफ्यूल के कुमार और रिद्धि कुमार ने किया और इस प्रेरणादायक पुस्तक को राजकमल प्रकाशन द्वारा प्रकाशित किया गया है.
(व्यापक पहुंच की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए, प्रकाशकों को संभवतः उसी जीवनी-पुस्तक का अनुवादित अंग्रेजी संस्करण भी प्रकाशित करने पर विचार करना चाहिए).
कार्यक्रम की शुरुआत उज्जैन की डॉ. खुशबू पांचाल ने संस्कृत श्लोकों का पाठ करके की. प्रसिद्ध फिल्म निर्माता विधु विनोद चोपड़ा का एक वीडियो संदेश भी चलाया गया, जिसमें उन्होंने सीमा कपूर की पुस्तक के अंश पढ़े.
अनुपम खेर ने बहुमुखी प्रतिभा की धनी सीमा कपूर की प्रशंसा करते हुए कहा, "मैं सीमा कपूर को वर्षों से जानता हूं और वह हमेशा की तरह ही सुंदर हैं. रचनात्मकता की धनी सीमा ने इस पुस्तक को किसी फिल्म की पटकथा की तरह लिखा है. पाठकों को ऐसा लगेगा कि वे अपनी आंखों के सामने एक दिलचस्प फिल्म देख रहे हैं. किसी के लिए अपने अनुभवों को कागज पर इतनी सच्चाई से चित्रित करना दुर्लभ है. मैं इस लॉन्च में उपस्थित होने के लिए खुद को भाग्यशाली महसूस करता हूं. जिस तरह से लचीली सीमा कपूर ने अपना जीवन जिया है, वह प्रेरणादायक है और मुझे यकीन है कि उनका भविष्य का सफर शानदार रहेगा."
उनकी जीवनी पर आधारित पुस्तक "यूं गुज़री है अब तलाक" की लेखिका और कार्यक्रम की मेज़बान सीमा कपूर ने दिल से आभार व्यक्त करते हुए कहा, मैं उन सभी मेहमानों का तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूँ जिन्होंने अपने व्यस्त कार्यक्रम से समय निकालकर यहाँ आने का फैसला किया. मैं अनुपम खेर, परेश रावल, बोनी कपूर, रघुबीर यादव, दिव्या दत्ता, रूमी जाफ़री और अन्य सभी लोगों के दयालु शब्दों की विनम्रतापूर्वक सराहना करता हूँ. मेरे नाना एक क्रांतिकारी थे और मेरा ननिहाल बंगाली कलाकारों से भरा हुआ था. मेरे दादा सेना में कर्नल थे. हालाँकि, मेरे पिता दिल्ली चले गए और लगभग 250 से अधिक स्टेज-कलाकारों के साथ एक थिएटर कंपनी की स्थापना की. आखिरकार, सिनेमा ने थिएटर को पीछे छोड़ दिया और मेरे पिता ने कंपनी को जीवित रखने के लिए संघर्ष किया, यहाँ तक कि कलाकारों का समर्थन करने के लिए ऋण भी लिया. मेरी माँ को अपने गहने और साड़ियाँ बेचनी पड़ीं. उस समय, थिएटर और लोक प्रदर्शनों को नीची नज़र से देखा जाता था और मुझे सामाजिक भेदभाव का सामना करना पड़ा क्योंकि मेरा परिवार थिएटर से जुड़ा हुआ था. मुझे याद है कि मैं अपने लंचबॉक्स में अचार के साथ सिर्फ़ आधी रोटी लेकर स्कूल जाता था. सीमा ने मुस्कुराते हुए कहा, "मेरी ईमानदार जीवनी-पुस्तक 'यूं गुज़री है अब तलाक' वास्तव में मेरी आत्मा का एक टुकड़ा है."
भावुक होकर भावुक हुए विद्वान अभिनेता-गायक-फिल्मकार-टीवी शो प्रस्तोता और आरजे डॉ. अन्नू कपूर ने लॉन्च के मौके पर आए सभी मेहमानों का दिल से शुक्रिया अदा किया और कहा, "मेरी बहन सीमा ने कई मुश्किलें, दर्द और संघर्ष झेले हैं. वह किसी योद्धा से कम नहीं है. वह हमारी इकलौती बहन है और हमेशा खुश रहती है. वह हमेशा दूसरों की मदद करने के लिए तत्पर रहती है. जीवन एक युद्ध है और हम सभी को अपनी लड़ाई खुद लड़नी है. उनकी आत्मकथा संघर्षों की कहानी कहती है और उन्होंने इस किताब में हमारे माता-पिता को सम्मानित किया है. यह वाकई एक प्रेरणादायक किताब है." अनु ने 'दोस्ती' फिल्म के यथार्थवादी गीत 'दुख तो अपना साथी है' के बोल गुनगुनाते हुए कहा, जिसे महान मजरूह साहब ने लिखा था.
सीमा कपूर के बारे में बात करते हुए बोनी कपूर बहुत भावुक हो गए और उनकी आंखों में आंसू आ गए. उन्होंने कहा, "सीमा कपूर ने एक गुरु-शिक्षक के रूप में मेरी दोनों अभिनेत्री बेटियों जान्हवी और खुशी कपूर को हिंदी और उर्दू का सही उच्चारण सिखाया. मैं उनकी आत्मकथा के विमोचन पर उन्हें हार्दिक बधाई देता हूं."
गायिका जसपिंदर नरूला ने अपनी खुशी व्यक्त की और सीमा कपूर को किताब लिखने का सपना पूरा होने पर बधाई दी.
रंगमंच और फिल्म जगत के दिग्गज परेश रावल ने सीमा कपूर के लेखन कौशल और उनकी किताब की प्रशंसा करते हुए कहा, "आत्मकथा लिखना कोई आसान काम नहीं है - यह चुनौतियों से भरा है. सीमा का लेखन असाधारण है, और मैं ईमानदारी से उनके द्वारा लिखी गई भविष्य की परियोजना का हिस्सा बनना चाहता हूँ." (राजेश कोरिल द्वारा कैंडिड इवेंट तस्वीरें)
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