एंटरटेनमेंट : फिल्म मेकर सुभाष घई ने बॉलीवुड में कई कमाल फिल्में की हैं. लेकिन एक समय में उन्होंने ने एक बड़ा कास्टिंग तख्तापलट किया जब उन्होंने सुपरस्टार दिलीप कुमार और राज कुमार को अपनी 1991 की फिल्म सौदागर के लिए साइन किया, लेकिन उन्हें पता था कि दोनों के बीच अच्छे संबंध नहीं थे. एक इंटरव्यू में, फिल्म मेकर ने उस तरकीब के बारे में बताया. जिसका यूज़ उन्होंने काम पूरा करने के लिए किया था, और कहा कि एक्टर अक्सर 'असुरक्षित' होते हैं, और उन्हें मां बनाना निर्देशक का काम बन जाता है.
मतभेदों के बारे में की बात
अपने मतभेदों के बारे में बात करते हुए, फिल्म निर्माता ने कहा, “चाहे वह दिलीप कुमार हों या राज कुमार, या यहां तक कि उसके बाद की पीढ़ी, शाहरुख खान या सलमान खान, आपको यह समझना होगा कि अभिनेता बच्चों की तरह हैं, और निर्देशक उनके हैं माँ. एक बच्चा अध्ययनशील हो सकता है, दूसरा शरारती हो सकता है, लेकिन एक माँ उनमें से प्रत्येक को संभालती है, है ना? निर्देशक मां की तरह होते हैं. अभिनेता असुरक्षित हैं. वे इस बात को लेकर चिंतित हैं कि क्या वे परिणाम दे पाएंगे, क्या उनका ब्रांड प्रभावित होगा, क्या उन्हें इन असुरक्षाओं की भरपाई के लिए रवैया बदलना चाहिए…”
एक फार्मूला किया इस्तेमाल
उन्होंने आगे कहा, “निर्देशक का काम मुस्कुराना है, और अभिनेता को यह महसूस कराना है कि वह दुनिया में सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं, जब तक मुझे अपना शॉट मिलता है. सौदागर में भी यही मामला था. जब मुझे पता चला कि दिलीप कुमार और राज कुमार के बीच अच्छे संबंध नहीं हैं, तो मैंने केवल एक फॉर्मूला इस्तेमाल किया. मैं दिलीप साहब को बताऊंगा कि राज साहब उनकी तारीफ कर रहे थे, और मैं राज साहब को बताऊंगा कि दिलीप साहब उनकी तारीफ कर रहे थे. इसलिए, जब वे एक साथ आते थे, तो सकारात्मकता के साथ मिलते थे और काम पूरा हो जाता था.''
तीन दशक पुरानी है दुश्मनी
दिलीप कुमार और राज कुमार की दुश्मनी तीन दशक पुरानी है. कथित तौर पर जब रामानंद सागर की 1959 की कॉमेडी-ड्रामा पैगाम में एक सीन की शूटिंग के दौरान राज कुमार ने उन्हें उम्मीद से ज्यादा जोर से थप्पड़ मारा तो दिलीप कुमार नाराज हो गए. फिल्म निर्माता ने नेशन नेक्स्ट के साथ एक पुराने इंटरव्यू में स्वीकार किया कि जब उन्होंने दो सितारों को फिल्म की पेशकश की, तो उनके एक लेखक ने टिप्पणी की कि उन्होंने 36 वर्षों से एक-दूसरे से बात नहीं की है. लेकिन 'ईगो मसाज' तकनीक सफल रही.
भूमिका को दिया था काट
फिल्म के कलाकारों में से एक, गोविंद नामदेव ने उस अनुभव को विशेष रूप से 'दर्दनाक' बताया. उन्होंने इंटरव्यू में बताया, “जब मुझे भूमिका मिली, तो यह काफी बड़ी थी और फिर उन्होंने बाद में अंतिम संपादन में पूरी भूमिका को काट दिया. तब तक मैं पूरी दुनिया को बता चुका था कि मैं दिलीप कुमार, राज कुमार, सुभाष घई के साथ काम कर रहा हूं. ये बड़ी हस्तियां हैं. मैंने इसके बारे में सबको बता दिया था. शूटिंग भी हो गई,'' जानकारी के लिए बता दें सौदागर में अमरीश पुरी, अनुपम खेर, गुलशन ग्रोवर, विवेक मुशरान, मनीषा कोइराला, मुकेश खन्ना और जैकी श्रॉफ सहित अन्य कलाकार थे.
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