Sarfira Review: क्या आम आदमी के सपनों की उड़ान भर पाएंगे अक्षय कुमार! रिव्यूज: Sarfira Review: फिल्म सरफिरा की कहानी की बात करें तो यह एक दलित परिवार की कहानी है जिसे अपने सपने को पूरा करने के लिए भ्रष्ट सरकारी सिस्टम से लड़ाई लड़नी पड़ी. By Asna Zaidi 13 Jul 2024 in रिव्यूज New Update Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 Follow Us शेयर Sarfira Review: फिल्म- सरफिरा रिलीज- 12 जुलाई 2024स्टारकास्ट- अक्षय कुमार, राधिका मदान, परेश रावलडायरेक्टर- सुधा कोंगारारेटिंग- 3 स्टार कहानी रिव्यूज: फिल्म सरफिरा की कहानी की बात करें तो यह एक दलित परिवार की कहानी है जिसे अपने सपने को पूरा करने के लिए भ्रष्ट सरकारी सिस्टम से लड़ाई लड़नी पड़ी. फिल्म की शुरुआत होती है वीर म्हात्रे (अक्षय कुमार) और उसके दो साथियों द्वारा एक प्लेन की इमरजेंसी लैंडिंग कराकर हादसा टालने से होती हैं. इसके बाद पूरी कहानी फ्लैशबैक में चली जाती है. जहां महाराष्ट्र के एक गांव में स्कूल टीचर के बेटे वीर म्हात्रे (अक्षय कुमार) की बात होती है, जिसे देखने रानी (राधिका) और उसका परिवार शादी के लिए उसके गांव जा रहा है. इसके बाद उनका सामना एयरलाइन इंडस्ट्री के सबसे बड़े बिजनेसमैन परेश गोस्वामी (परेश रावल) से होता है. जिसके हाथ में पूरी सरकारी मशीनरी है और परेश गोस्वामी पूरी कोशिश कर रहे हैं कि किसी भी कीमत पर वीर का सपना पूरा न हो. अब देखना यह है कि क्या अक्षय कुमार आम आदमी के सपने को पूरा कर पाते है या नहीं इसके लिए आप सबको सिनेमाघरों री ओर रुख करना पड़ेगा. एक्टिंग अक्षय इस फिल्म में आपको इमोशनल कर देंगे. उनके एक्सप्रेशन हर जगह कमाल के हैं. राधिका मदान की एक्टिंग एकदम शानदार है जो आपको हैरान कर देती है. परेश रावल की एक्टिंग भी बेहद शानदार है. फिल्म में अक्षय कुमार की मां के रोल में सीमा बिस्वास ने जान डाल दी है. साउथ के सुपरस्टार सूर्या ने फिल्म में कैमियो किया है. फिल्म का शानदार संगीत और निर्देशन सुधा कोंगरा फिल्म की निर्देशक हैं. सुधा ने ओरिजिनल साउथ फिल्म भी बनाई थी. फिल्म पर उनकी पकड़ कमाल की है और उन्होंने इसे बेहतरीन तरीके से बनाया है. जीवी प्रकाश कुमार, तनिष्क बागची और सुहित अभ्यंकर का संगीत आपके दिल को छू जाएगा. फिल्म के गाने मनोज मुंतशिर ने लिखे हैं. फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर जीवी प्रकाश कुमार ने दिया है. खूबियां सरफिरा आपको इमोशनल करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी. फिल्म की कहानी ब्लिकुल वास्तविक है. फिल्म में पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम आजाद के योगदान को दिखाया गया है और रतन टाटा का नाम फिल्म में दो से तीन बार लिया गया है और उस समय सरकारी विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार की मजबूत व्यवस्था के बारे में भी बताया गया है. खामियां फिल्म की खामियों की बात करें तो फिल्म सरफिरा की कहानी काफी हद तक साउथ इंडियन फिल्म सोरारई पोटरु से काफी मेल खाता है. फिल्म के कई अहम सीन हूबहू ओरिजिनल फिल्म की कॉपी हैं. शुरुआत में अक्षय कुमार को अपने दोस्त के अंतिम संस्कार में नाचते हुए दिखाना थोड़ा अजीब लगता है. मराठी भाषा की समस्या भी फिल्म की खामियों में से एक है. गैर मराठी किरदार बहुत ही कैरिकेचर तरीके से मराठी बोलते नजर आते हैं. फिल्म के गाने और संगीत कहानी के मुताबिक हैं, लेकिन कोई भी गाना यादगार नहीं बन पाया है. Read More: Akshay Kumar ने इस वजह से गरम मसाला को कहा करियर की सबसे कठिन फिल्म अक्षय कुमार और अभिषेक बच्चन की फिल्म हाउसफुल 5 में नजर आएंगे संजय दत्त राधिका मर्चेंट के विदाई आउटफिट ने गुजराती परंपरा ने लगा दिए चार चांद बॉक्स ऑफिस पर पठान को मात देने वाली Kalki 2898 AD को लेकर बोले बिग बी #Sarfira हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें! विशेष ऑफ़र और नवीनतम समाचार प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति बनें अब सदस्यता लें यह भी पढ़ें Advertisment Latest Stories Read the Next Article