Birthday Special Gulzar: जब शैलेन्द्र ने गुलज़ार को बुरी तरह झिड़क दिया
गुलज़ार यूँ तो नाम सुनते ही कोई ग़ज़ल, कोई शायरी, कोई नज़्म या कोई उदासी छेड़ता गीत याद आ जाता है। गुलज़ार की आँखों में भी आपको उदासी ठहरी हुई नज़र आ जाती है...
गुलज़ार यूँ तो नाम सुनते ही कोई ग़ज़ल, कोई शायरी, कोई नज़्म या कोई उदासी छेड़ता गीत याद आ जाता है। गुलज़ार की आँखों में भी आपको उदासी ठहरी हुई नज़र आ जाती है...
जब भी मैं किसी जोड़े को शादी करते हुए देखता हूं, मैं उनकी शादी को आखिर तक देखने और उनकी ख़ुशी की प्रार्थना करता हूं। लेकिन इस समय जब सब कुछ निराशाजनक लग रहा है...