बादशाह न सिर्फ देश का बल्कि बहुत सारे देशों का और दिलों का
-अली पीटर जॉन एक रात जब शाहरुख अभी भी अपने लिए जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे और हार मानने की कगार पर थे, वह बांद्रा स्टेशन के पास लकी रेस्तरां के बाहर सो रहे थे, उन्होंने आसमान की ओर देखा और चिल्लाये, ‘‘बॉम्बे, मैं एक दिन तुम्हें जीत लूंगा‘‘ और दे