एडिटर्स पिक शोमैन भी कभी स्ट्रगलर था! साठ के दशक के अंत और सत्तर के दशक की शुरुआत में, युवा ‘एलियंस’ यानी अपरिचितों का एक दल बॉम्बे की फिल्म इंडस्ट्री में उतरा था (इसे अभी तक मुंबई के रूप में जाना नहीं गया था)! ये इंडस्ट्री अपनी उपलब्धियों और प्रयोगों, अपने चॉकलेट नायकों और सुंदर नायिकाओं By Mayapuri Desk 10 Nov 2020 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
एडिटर्स पिक एक जीरो को ‘हीरो’ कैसे बनाया सुभाष घई ने अली पीटर जाॅन घई “हीरो“ नामक एक फिल्म बनाना चाहते थे। वह उन स्टार-बेटों में से एक को कास्ट करना चाहते थे जो अस्सी के दशक की शुरुआत में ऊंचे उठ रहे थे। कुमार गौरव, संजय दत्त और सनी देओल इस दौड़ में शामिल थे। उन्होंने तीनों से संपर्क किया और वे जिस तरह By Mayapuri Desk 09 Nov 2020 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
एंटरटेनमेंट ‘‘सुभाष घई ने मुझे अमिताभ बच्चन के सामने मुख्य विलेन का किरदार दिया था, मगर..’’ -लिलिपुट सुभाष घई ने अमिताभ बच्चन के साथ एक बड़ी फिल्म करने की सोची. इसके लिए उन्होंने बेहतरीन कहानी लिखी और एक नया प्रयोग करते हुए अमिताभ बच्चन के सामने विलेन का किरदार निभाने के लिए लिलिपुट को चुना। उन दिनों लिलिपुट संघर्ष कर रहे थे। इस फिल्म पर काफी काम हुआ। By Mayapuri Desk 09 Nov 2020 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
एंटरटेनमेंट सुभाष घई का मानना है कि मन की शक्ति ही सच्ची शक्ति है कभी-कभी मुझे लगता है कि यह माइंडसेट है जिसने सुभाष घई को वो शोमैन बना दिया है जिसे अभी भी जाना जाता है, भले ही उन्होंने कुछ वर्षों से कोई फिल्म नहीं बनाई, लेकिन उन्हें एक एजुकेशनिस्ट के रूप में अधिक जाना जाता है जिन्होंने अपना मन और दिल अपने प्रोजेक्ट By Mayapuri Desk 09 Nov 2020 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
एंटरटेनमेंट सिनेमा के विकास के लिए समर्पित बॉलीवुड के दूसरे ‘शो मैन’ सुभाष घई यूँ तो बॉलीवुड के शो मैन के रूप में हर किसी को निर्माता, निर्देशक व अभिनेता स्व.राज कपूर का ही नाम याद आता है, जिन्होंने अपनी मृत्यु पर फिल्म इंडस्ट्री का काम काज बंद करने की बजाय काम करते रहने की सलाह देते हुए कहा था-‘‘षो मस्ट गो ऑन’’. लेकिन स्व.राज By Mayapuri Desk 08 Nov 2020 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
एंटरटेनमेंट जब सुभाष घई ने संजय दत्त को थप्पड़ मारा बॉलीवुड में होती रही चर्चाओं की माने तो एक बार सुभाष घई ने संजय दत्त को थप्पड़ मारा था। बात फिल्म ‘विधाता’ की शूटिंग के दौरान की है। फिल्म के सेट पर संजय दत्त नशे में धुत होकर आए थे और अभिनेत्री पद्मिनी कोल्हापुरी से बदतमीजी करने लगे थे। इससे परेशान होकर प By Mayapuri Desk 08 Nov 2020 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
एंटरटेनमेंट सुभाष घई और उनका सिने प्रेम शान्तिस्वरुप त्रिपाठी एक्शन या प्रेम कहानी प्रधान फिल्मों पर जोर सुभाष घई सदैव एक्शन या प्रेम कहानी प्रधान फिल्मों पर ही जोर देते रहे हैं. उन्होंने एक बार कहा था-‘‘ मैं ज्यादातर प्रेम कहानियों और एक्शन फिल्मों पर ही काम करता हॅूं। ‘कालीचरण’ और ‘विश् By Mayapuri Desk 07 Nov 2020 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
एंटरटेनमेंट उस सुबह सुभाष घई ने अनुपम खेर को घर जाने के लिये कहा... अनुपम खेर उन दिनों कामयाबी के सातवें आसमान पर झूम रहे थे। और जिस एक्टर ने अपनी पहले ही फ़िल्म में चैसठ साल के लाचार बूढ़े का किरदार निभाया था, उसको सुभाष घई ने एक खतरनाक विलन (डॉ. डेंग) का किरदार निभाने के लिये साईन किया था जिससे अनुपम एक बड़ा स्टार बन गया थ By Mayapuri Desk 07 Nov 2020 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
एंटरटेनमेंट क्या हुआ था तब...जब सुभाष घई फ़िल्म ‘हीरो’ का ऑडीशन ले रहे थे और मीनाक्षी शेषाद्री अपनी ‘मिस इंडिया’ बनने की ‘क्राउन वाली फ़ोटो’ नहीं दिखा पाई ? शरद राय बात तब की है जब घई के अपने बैनर मुक्ता आट्र्स के अंतर्गत फ़िल्म ’हीरो’ के लिए हीरोइन चुनने का ऑडिशन रखा गया था। ’काली चरण’, ’विश्वनाथ’, ’कर्ज़’ जैसी सफल फिल्मों के निर्देशक के रूप में सुभाष घई के नाम की खूब चर्चा थी। ऑडिशन देने आने वाली खूबसूरत लड़क By Mayapuri Desk 06 Nov 2020 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn