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Siddharth Arora 'Sahar'

छाप तिलक सब छीनी 16वीं शताब्दी के कवि अमीर ख़ुसरो की वो ग़ज़ल है जिसकी दीवानगी पाँच सौ सालों बाद भी वैसी ही है। सैकड़ों गायक इस ग़ज़ल को गा चुके हैं पर जो मज़ा उस्ताद नुसरत फ़तेह अली खान साहब की कम्पोज़ीशन में आता है, वो किसी में नहीं मिलता। कुछ ऐसी ही कहान

बॉलीवुड एक्ट्रेस स्वरा भास्कर अक्सर अपनी अच्छी एक्टिंग और बुरे शब्दों की वजह से चर्चा में रहती हैं. इस बार स्वरा ने तालिबान की तुलना हिंदुत्व से करके फिर ख़ुद का मज़ाक बनवा लिया है. हालाँकि स्वरा ट्वीटर पर  यही लिख रही हैं कि उन्हें कोई फ़र्क नहीं पड़ता है.

हाल ही में कारगिल वॉर हीरो विक्रम बत्रा पर बनी फिल्म शेरशाह की चौतरफा तारीफ हो रही है. फिल्म में विक्रम बत्रा की गर्लफ्रेंड डिंपल चीमा बनी कियारा अडवानी की बहुत तारीफ हो रही है. उनको दर्शक दिल खोलकर पसंद कर रहे हैं. फिल्म की कामयाबी के बाद कियारा अडवानी द

आज मशहूर पटकथा लेखक, गीतकार और बेहतरीन शख्सियत गुलज़ार का जन्मदिन है तो बात भी उन्हीं की चलनी चाहिए। आप गौर करिए कि मैंने सिर्फ गीतकार लिखा है, फिल्मकार नहीं, क्योंकि ये किस्सा उनके फिल्ममेकर बनने का सफ़र बताता है। सन 1963 में बिमल रॉय के साथ बंदिनी, काब

15 अगस्त और 26 जनवरी, ये दो ऐसी तारीखें हैं जो देशभक्ति से जुड़ी फिल्में रिलीज़ करने के लिए परफेक्ट मानी जाती हैं। फिर बात जब देशभक्ति पर फिल्म बनाने की हो तो भला अक्षय कुमार कैसे पीछे रह सकते हैं। पर अच्छी बात ये भी है कि जब सबको लगने लगा कि बॉलीवुड के पास

कहानी की शुरुआत में पश्चिमी पाकिस्तान के पूर्वी पाकिस्तान पर ज़ुल्म के रियल वीडियोज़ दिखाए जा रहे हैं और अजय देवगन का नेरेशन है। वहीं जनरल याहया खान पश्चिमी भारत, यानी गुजरात पर एयरस्ट्राइक करने के हुक्म दे रहा है ताकि भारतीय सेना एक्सचेंज में ईस्ट पाकिस्ता

भारत के लोग इस बार अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाने वाले हैं। स्वतंत्रता, जिसका उर्दू में अर्थ है आज़ादी! आज़ादी उन्हीं को मिलती है जो कभी गुलाम रहे होते हैं। भारत करीब दो सौ सालों तक अंग्रेज़ों द्वारा गुलाम रहा और जब उसे आज़ादी मिली, तो उस आज़ादी की एक बड़ी भा

बॉलीवुड में सबके बड़े भाई के नाम से जाने जाते ‘अन्ना’ यानी सुनील शेट्टी यूँ तो हर किसी की दुविधाओं का समाधान करने के लिए तैयार रहते हैं पर उनकी ख़ुद की ज़िन्दगी में एक ऐसी मुश्किल आई थी जिसके खत्म होने के लिए उन्हें क़रीब दस साल इंतज़ार करना पड़ा था. सुनील श

शोमैन सुभाष घई ने सौदागर के तीस साल पूरे होने पर  शेयर किया फिल्मफेयर अवार्ड से जुड़ा एक अनूठा किस्सा राज कुमार और दिलीप कुमार, दो दिग्गज अभिनेताओं को एक साथ एक ही सेट पर लाना उर उनके साथ फिल्म बनाना और उस फिल्म को बड़े पैमाने पर रिलीज़ करना, ये काम सिवाए

भारत सरकार के बदलने पर सबसे पहला काम जो ज़ोर शोर से शुरु हुआ था वह जगह के नाम बदलने का था। प्रदेश के सबसे बड़े शहर इलाहबाद का नाम प्रयागराज हो गया था और रेलवे के सबसे बड़े स्टेशन (आउटर सहित) मुग़लसराय का नाम दीनदयाल उपाध्याय नगर कर दिया गया था। फिर दिल्ली की

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