एंटरटेनमेंट तुम मुझे यूँ भुला न पाओगे, जब कभी भी सुनोगे गीत मेरे, संग संग तुम भी गुनगुनाओगे (मुहम्मद रफी साहब पर विशेष) -सुलेना मजुमदार अरोरा मुहब्बत की सरगोशियों में जिन्होंने जान फूँक दी, जिनकी रेशमी आवाज़ की जादूगरी ने इश्क में वो नशा भर दिया कि प्यार करने वाले उनके गीत गुनगुना कर दिल की तड़प से लेकर, प्यार का इकरार भी बयाँ कर देते थे , वो महान हस्ती अगर आज जीवित होते By Mayapuri 31 Dec 2021 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn