एडिटर्स पिक माँ और पिता अल्लाह, परमेश्वर या जीसस से अधिक कीमती होते हैं माँ और पिता अल्लाह, परमेश्वर या जीसस से अधिक कीमती होते हैं, मनोज कुमार का एक और ख़ास तोहफ़ा मेरे लिए और सब के लिए अली पीटर जॉन मैं अपने स्कूल के फाइनल इयर में था जब मुझे अपने जीवन के पहला बड़ा शॉक लगा और फिर मुझे ऐसे शॉक लगते रहे और यह अभी भी नहीं रुके है By Mayapuri Desk 05 Feb 2021 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
एंटरटेनमेंट सुभाष घई ने बांद्रा पुलिस चौकी में मनाया अपना गणतंत्र दिवस, exclusive photos मशहूर डायरेक्टर-प्रोड्यूसर और फिल्मकार सुभाष घई ने बीते कल गणतंत्र दिवस पर अपना समय बांद्रा पुलिस चौकी म बिताया। नहीं नहीं, आप सुभाष घई के फैन हैं तो इसमें कोई घबराने की बात नहीं है। द शोमैन के नाम से मशहूर सुभाष घई ने कल गणतंत्र दिवस पर पुलिस कर्मियों के By Siddharth Arora 'Sahar' 26 Jan 2021 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
एडिटर्स पिक उस एक शाम जब देव साहब का जादू पूरे गोवा पर छा गया और वो आजतक कायम है उस एक शाम जब देव साहब का जादू पूरे गोवा पर छा गया था और वो जादू आज तक कायम है जैसे कि अब इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल गोवा में ख़त्म होने पर आ गया है, मैं ख़ुद को उस फ्लैशबैक में जाने से रोक नहीं पा रहा हूँ जब देव आनंद, जिन्हें सब प्यार से देव साहब कहा करते थे By Mayapuri Desk 26 Jan 2021 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
एडिटर्स पिक कल की बातें, आज कि बातें - एसआरके एसआरके के लिए ऐसी दीवानगी, जैसे पहले सिर्फ़ देव आनंद के लिए होती थी - अली पीटर जॉन देव आनंद के साथ एक बार काम कर चुकी हर अभिनेत्री उनकी प्रशंसक बन जाती थी। वहीदा रहमान जो गुरु दत्त की वजह से हिंदी फिल्मों में आई थीं, जो आंध्र प्रदेश के अंदरूनी हिस्सों By Mayapuri Desk 22 Jan 2021 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
सेलिब्रिटी Birthday Special: रफ़ी साहब से जुड़ी एक अनसुनी कहानी मैंने सरासर पागलपन देखा है, लोगों का अपने स्टार्स के प्यार के लिए जीने मरने की इच्छा, उनके य् आईडॉल्स, उनके आइकॉनस, मैं जीवन जीने के उनके अजीब और अविश्वसनीय तरीकों का गवाह रहा हूं जिन्हें वे खुद से ज्यादा प्यार करते हैं। लेकिन मेरे जीवन में एक सबसे बड़े By Mayapuri Desk 23 Dec 2020 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
ताजा खबर शाहरुख़ खान का फोन अपने साथ मेरे चेहरे पर एक बड़ी सी मुस्कराहट भी ले आया मैं ताउम्र अपने घर से निकलते वक़्त अपने दिल का झोला लिए (नहीं नहीं वो झोला नहीं जो आजकल बदनाम हुआ पड़ा है) ज़िन्दगी के बाजार में निकल पड़ता हूँ, कहीं से प्यार लेने के लिए तो कभी अपनी मुस्कान पाने के लिए और दूसरों की ज़िन्दगी को ज़रा ही सही बेहतर बनाने के लिए. - By Mayapuri Desk 14 Dec 2020 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
ताजा खबर यकीन नहीं होता की वो जो आदमी तस्वीर में हैं, वो मैं हूँ क्या मैं अभी तक 'Ali'(ve)' [ज़िंदा] हूँ? - (अली पीटर जॉन क्या मैं हैरान हूँ? नहीं, मैं खुश हूँ क्या मैं सरप्राइज्ड हूं? नहीं, मैं स्वीटली शॉक्ड हूं चित्र में वह आदमी मेरे जैसा कैसे हो सकता है? वह आदमी कैसे उन सभी तूफानों के बावज By Mayapuri Desk 11 Dec 2020 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
ताजा खबर वो एक दिन जब देव आनंद चेन्नई के चेहरे पर एक आनंदमयी मुस्कान लाये थे देव आनंद भगवान नहीं थे। देव संत नहीं थे। देव पोप (रोम का पादरी) नहीं थे। देव होलीमेन या गॉडमेन भी नहीं थे। देव सिर्फ किसी अन्य इंसान की तरह ही थे। फिर वह जादू और उनके बारे में वह चुंबकीय रहस्य क्या था जो सभी उम्र के पुरुषों, महिलाओं और बच्चों, राष्ट्रपतिय By Mayapuri Desk 02 Dec 2020 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
एडिटर्स पिक हम लाल बहादुर शास्त्री जी जैसे सरल और अभी तक सबसे शक्तिशाली नेता की उपेक्षा क्यों करते हैं? -अली पीटर जॉन उन्होंने हर भारतीय को प्रेरित किया और मनोज कुमार उनमें से एक थे! जब देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का 27 मई 1964 को निधन हुआ, तो पूरे देश में अचानक काले बादल छा गए, और हर भारतीय के मन में एक बड़ा सवाल था, और वह सवाल यह था, ‘न By Mayapuri Desk 11 Oct 2020 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn