रिव्यूज अच्छी प्रस्तुति, दमदार अभिनय '3 स्टोरीज' मल्टी स्टोरीज फिल्में यदा कदा आती रहती हैं। उनमें कुछ पंसद भी की गई। जैसे दस कहानियां, डरना मना है तथा डरना जरूरी है। निर्देशक अर्जुन मुखर्जी की फिल्म ‘3 स्टोरीज’ भी उसी श्रंखला की फिल्म है इसमें मुबंई की चॅाल बैकड्राप पर बनी ऐसी तीन कहानियां हैं जो एक ही By Mayapuri Desk 12 Mar 2018 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
रिव्यूज दर्शक को डराने में कामयाब होने के बावजूद.......? परी हॉरर, संस्पेंस तथा भूत प्रेत वाली फिल्मों का हमारे यहां एक अलग वर्ग है, जिनकी बदौलत ये फिल्में अच्छा खासा बिजनेस करने में सफल रहती हैं, लेकिन अनुष्का शर्मा द्धारा निर्मित और प्रोसित राय द्धारा निर्देशित ‘ परी’ एक अलग विषय और अलग ट्रीटमेंट की हॉरर फिल्म है By Shyam Sharma 02 Mar 2018 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
रिव्यूज गांधी जी को समझने का प्रयास 'हे राम, हमने गांधी को मार दिया' महात्मा गांधी जी की नीतियों और विचारों को लेकर अक्सर विरोधाभाष होता रहा है। निर्माता निर्देशक नईम ए सिद्धिकी ने अपनी फिल्म ‘हे राम हमने गांधी को मार दिया’ के तहत इसी विरोधाभाष को जस्टीफाई करने की कोशिश की है। फिल्म की कहानी कहानी आजादी के पहले की है By Shyam Sharma 02 Mar 2018 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
रिव्यूज एक आम लव स्टोरी 'कुछ भीगे अल्फ़ाज़' लेखक निर्देशक ओनीर हमेशा से परिपाटी से हटकर फिल्में बनाने के लिये जाने जाते हैं। उनकी फिल्में दर्शकों से कहीं ज्यादा फिल्मी मेलों में पंसद की जाती है। इस बार भी उन्होंने एक मामूली सी लव स्टोरी फिल्म ‘ कुछ भीगे अल्फ़ाज़’ को खास किस्म का जामा पहना कर प्रस्तुत By Shyam Sharma 15 Feb 2018 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
रिव्यूज राजस्थान और राजपूतों के लिये गर्व भरी गाथा 'पद्मावत' संजय लीला भंसाली द्धारा रचित फिल्म ‘पद्मावत’ के साथ बेशक महिनों से कितने ही राजपूत और हिन्दू संगठनों का विवाद चल रहा हो लेकिन फिल्म देखने के बाद वो सब बेमानी लगने लगता है। जिसने भी फिल्म देखी उसे सबसे ज्यादा उत्सुकता वे सीन देखने की थी जिन्हें लेकर ये सं By Shyam Sharma 24 Jan 2018 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
रिव्यूज एक आम सस्पेंस थ्रिलर 'निर्दोष' कुछ ऐसे विषय होते हैं जो हमेशा पंसद किये जाते रहे हैं उनमें सस्पेंस थ्रिलर फिल्मों का आज भी अच्छा खासा दर्शक वर्ग है। सुब्रतो पॉल के निर्देशन में फिल्म निर्देोष ऐसी ही सस्पेंस थ्रिलर फिल्म है। फिल्म की कहानी अश्मित पटेल और मंजरी फडनीस दोनों ऐसे कपल है By Shyam Sharma 19 Jan 2018 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
रिव्यूज बढ़िया अभिव्यक्ति, बासी कथानक 'यूनियन लीडर' मिलों में मिल मजदूरों तथा उनके यूनियन लीडर द्धारा हक की लड़ाई, अस्सी के दशक की फिल्मों का कथानक हुआ करता था। निर्देशक संजय पटेल की फिल्म ‘ यूनियन लीडर ’ का कथानक भी एक कारखाने में काम करने वाले मजदूरों के यूनियन लीडर का संघर्ष है। फिल्म की कहानी राहुल By Shyam Sharma 19 Jan 2018 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
रिव्यूज फिल्म के नाम पर मजाक है 'मैडल' फिल्म किसी का पैशन हो सकता है लेकिन उस पेशन का कोई बेवजह इस्तेमाल करे तो फिल्म और प्रोड्यूसर का कैसा सत्यानास हो सकता है, ये देखना है तो प्रोड्यूसर डायरेक्टर गणेश मेहता की फिल्म ‘मैडल’ देखना न भूले। फिल्म की कहानी मुजाहिद खान यानि जीत सिंह उर्फ जीतू ए By Shyam Sharma 17 Jan 2018 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn
रिव्यूज नोसिखिये डायरेक्शन पर कुर्बान 'हक-ए-सैलानी' हम कितने भी प्रगतिशील हो जाये, आधुनिक हो जाये लेकिन हमारी धार्मिक आस्था के तहत कहीं न कहीं साधू संत और फकीरों के चमत्कारों को असर कहीं न कहीं आज भी हमारे पर है। महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के तहत आने वाले गांव सैलानी में आज भी सैलानी बाबा की बड़ी मान्यता है By Shyam Sharma 17 Jan 2018 शेयर Twitter शेयर Whatsapp LinkedIn