Dev Anand Legacy: सिनेमा, सपना और संकल्प के प्रतीक थे देव आनंद
देव आनंद भारतीय सिनेमा के एक अद्वितीय प्रतीक थे, जिन्होंने अपनी फिल्मों, अभिनय शैली और जीवन के प्रति संकल्प से दर्शकों का दिल जीत लिया। उनके सिनेमा में दिखाए गए सपने
देव आनंद भारतीय सिनेमा के एक अद्वितीय प्रतीक थे, जिन्होंने अपनी फिल्मों, अभिनय शैली और जीवन के प्रति संकल्प से दर्शकों का दिल जीत लिया। उनके सिनेमा में दिखाए गए सपने
बॉलीवुड के सदाबहार अभिनेता,और मोती की तरह चमकने वाली प्रतिभा वाले देव आनंद जी की आज 102 वीं जयंती है. वे एक ऐसे सुपरस्टार है जिन्होंने न सिर्फ अपने अभिनय बल्कि अपने फैशन के माध्यम से भी लोगों के दिलों में जगह बनाई...
देवानंद, साधना और जाहिदा को लेकर एक रंगीन फिल्म बनाई जा रही थी – साजन की गलियां. लेकिन यह फिल्म रिलीज नहीं हो सकी. वरिष्ठ फिल्म लेखक विनोद कुमार इस फिल्म के बारे में बता रहे हैं...
web stories: देव आनंद साहब ने अपनी किसी भी फिल्म में कभी अपनी शर्ट का ऊपरी बटन नहीं खोला था. अक्सर लोग ये सोचकर उनकी फिल्में देखने जाया करते थे कि हो सकता है.
ताजा खबर: देव आनंद साहब ने अपनी किसी भी फिल्म में कभी अपनी शर्ट का ऊपरी बटन नहीं खोला था. अक्सर लोग ये सोचकर उनकी फिल्में देखने जाया करते थे कि हो सकता है.
देव आनंद, जिन्हें भारतीय सिनेमा के "एवरग्रीन हीरो" के रूप में जाना जाता है, का निधन 3 दिसंबर 2011 को हुआ था। उनकी अदाकारी, शैली, और चार्म ने उन्हें दशकों तक फिल्म इंडस्ट्री का एक चमकता सितारा बनाए रखा।
एण्डीटीवी के लोकप्रिय शो ‘भाबीजी घर पर हैं‘ और ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ में कमिश्नर रेशम पाल सिंह की भूमिका निभा रहे, किशोर भानुशाली, ने तीन दशक के अपने लंबे एक्टिंग कॅरियर में कई हास्य भूमिकाएं निभाई हैं. इस एक्टर को महान देव आनंद के हमशक्ल के रूप में जाना